एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सीजीएसटी ने बताया कि इस मामले की जांच से पता चला है कि आरोपी ने फर्जी आईटीसी बिलों को तैयार किया इन्हें मुंबई तथा आसपास की 15 से अधिक कंपनियों को भेजा था। आरोपी इस तरह के फर्जी बिलों को न केवल स्वीकार कर रहा था बल्कि वह इन्हें आपूर्ति चेन में निचले क्रम में भी भेज रहा था इस मामले में कोई वास्तविक प्राप्ति अथवा वस्तुओं की आपूर्ति नहीं की गई.सीजीएसटी मुंबई के अधिकारियों कर्मचारियों ने पिछले तीन महीने से इस तरह के अपराधों के लिए एक अभियान चला रखा है यह केस उसी अभियान से संबंधित है। आरोपी को फिलहाल 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सीजीएसटी ने अभी तक अपने विशेष अभियानों में कर अपवंचना के 50 से अधिक नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए 3,000 करोड़ रुपए से अधिक की कर चोरी का पता लगाया है। इसमें से 400 करोड़ रुपए की बरामदगी कर ली गई है इस विशेष अभियान में अब तक 24 लोगों को धर दबोचा गया है.इस विशेष अभियान के तहत सीजीएसटी की योजना टैक्स चोरी से जुडे आंकडों का गहन विश्लेषण करना है इसमें विभिन्न एजेंसियों से मिली खुाफिया रिपोटों की मदद लेकर इस तरह की धोखाधडी में लिप्त कंपनियों तथा लोगों का पता लगाना है जो अपनी गतिविधियों से देश को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।