सऊदी अरब ने सुन्नी मुसलमानों के धार्मिक संगठन तब्लीगी जमात पर बैन लगाने का फैसला किया है. सऊदी प्रशासन ने तब्लीगी जमात को समाज के लिए खतरा और आतंकवाद का सबसे बड़ा द्वार करार दिया है. देश के इस्लामिक मामलों के मंत्री ने सोशल मीडिया पर इसका एलान किया. वहीं, सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब से शुक्रवार की नमाज के दौरान लोगों को तब्लीगी जमात के साथ किसी भी तरह का संपर्क रखना अनिवार्य नहीं रहेगा.
इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉक्टर अब्दुल लतीफ अल अलशेख ने देश के उलेमाओं को आदेश दिया है कि वे मस्जिदों में शुक्रवार के उपदेश में इस बारे में लोगों को चेतावनी देना शुरू करें. मंत्री डॉक्टर अब्दुल लतीफ अल अलशेख ने यह भी निर्देश दिया है कि संबंधित अधिकारी इस ग्रुप के गुमराह होने और इस ग्रप से खतरे पर नजर रखें और ध्यान रखें कि ये आतंकवाद के द्वारों (gates of terrorism) में से एक हैं, भले ही वे इसे दूसरी तरह से दावा करें. उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनकी बड़ी गलतियों का जिक्र किया जाना चाहिए.
लोगों के बीच गलत काम का किया जाएगा जिक्र
तब्लीगी जमात पर बैन लगाने के संबंध में इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉक्टर अब्दुल लतीफ अल अलशेख ने 6 दिसंबर को ट्वीट किया था. उन्होंने बताया कि सऊदी अरब सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है. सरकार का मानना है कि ये संगठन धार्मिक कार्यक्रमों की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा देता है. वहीं, सऊदी सरकार ये भी मानती है कि यदि लोगों के बीच तब्लीगी जमात के गलत काम का जिक्र किया जाएगा, उन्हें लगातार इसकी जानकारी दी जाएगी, ऐसी परिस्थिति में तब्लीगी की अहमियत समाज में कम हो जाएगी.
गौरतलब है कि सऊदी अरब एक मुस्लिम आबादी वाला देश है, ऐसे में सरकार का ये फैसला तब्लीगी जमात के लिए एक बड़ा झटका है. मालूम हो कि कि तब्लीगी जमात संगठन, इस्लाम को लेकर धार्मिक उपदेश देता है, हालांकि इस संगठन पर भड़काऊ बयान देने के साथ-साथ आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगते रहे हैं.
Tabligi Jamat is not a Sunni Orgnisation.
जवाब देंहटाएं