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Mumbai Rain: बारिश ने बढ़ाई मुंबई की परेशानी, बढ़ने लगे डेंगू, मलेरिया के केस

मुंबई में भारी बारिश (Rain) वहां के लोगों के लिए बीमारी की आफत संग लेकर आती है. इन दिनों यहां मलेरिया (Malaria), गैस्ट्रो और डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.


मुंबई में भारी बारिश मुंबई वालों के लिए परेशानी लेकर आती है. इसके चलते यहां मलेरिया (Malaria), गैस्ट्रो (Gastro) और डेंगू (Dengue) के मामलों में बढ़ रहे हैं. आलम ये हैं कि जुलाई महीने की 15 तारीख तक मलेरिया के 243, गैस्ट्रो के 175 से अधिक मामले और डेंगू के 20 से अधिक मामले सामने आए हैं. इस महीने तीन स्वाइन फ्लू (Swine Flu) के भी आए हैं. बीएमसी (BMC) के पेस्टीसाइड अधिकारी राजन नारंगेरक के मुताबिक बारिश के मौसम में सितंबर तक मलेरिया के काफी मामले आते हैं.

बीमारियों की आफत लाती है मुंबई में बारिश

मुंबई में भारी बारिश मुंबई वालों के लिए मलेरिया (Malaria), गैस्ट्रो (Gastro) और डेंगू (Dengue) जैसी बीमारियां संग लेकर आती है. जुलाई महीने की 15 तारीख तक यहां मलेरिया के 243, गैस्ट्रो के 175 से अधिक मामले और डेंगू के 20 से अधिक मामले सामने आए हैं. इस महीने तीन स्वाइन फ्लू (Swine Flu) के भी आए हैं. इसमें अधिकांश मामले  मुंबई के जी नॉर्थ (दादर, परेल ) और जी साउथ (प्रभादेवी) जैसे इलाकों से आ रहे हैं. इन इलाकों में 30 से 40 मामले जुलाई महीने के पहले हफ्ते में ही दर्ज हुए थे. दादर इलाके में अब तक 29 मामले तो प्रभादेवी (Prabhadevi) इलाके में 35 मामले सामने आए हैं. जर्जर मिल इलाके में कुल 49 मामले दर्ज हुए हैं.

बीएमसी के पेस्टीसाइड अधिकारी राजन नारंगेरक का कहना है कि बारिश के मौसम में सितंबर तक मलेरिया के काफी मामले दर्ज होते हैं. उनका कहना कि इन मामलों अगस्त महीने में और तेजी आएगी. पेस्टीसाइड अधिकारी नारंगेरक ने बताया कि जुलाई के महीने में अब तक मलेरिया के 243 और डेंगू के 19 मामले सामने आए हैं. उनका कहना है कि हर हफ्ते बीएमसी के तरफ से दवा छिड़की जाती है. इसके साथ ही जहां मरीज मिलते हैं, वहां खास सफाई अभियान चलाया जाता है. बीएमसी दवाई अधिकतर नई इमारतों वाले इलाकों और झुग्गी  बस्तियों में छिड़कती है.

इन इलाकों में हो रहा दवा छिड़काव

मुंबई के दादर (Dadar)इलाके झुग्गी-बस्तियों के इलाके में बारिश की वजह से मच्छरों का प्रजनन बढ़ जाता है. इस वजह से बीएमसी के अधिकारी इन इलाकों पर अधिकारी दवा छिड़कने पर फोकस करते हैं. इन दिनों यहां बीएमसी (BMC) के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर ड्रम्स में दवा छिड़क रहे हैं. पूरे इलाके में फॉगिंग भी कर रहे है.

पेस्ट कंट्रोल ऑफिसर बेबीलाल भांसी ने बताया कि पूरे वार्ड में कुल 20 टीम अलग-अलग इलाकों में काम कर रही हैं. एक टीम में 4 से 5 लोग होते हैं. खासकर उन इलाकों में जहां पानी के कंटेनर, ड्रम्स है, वहां  सफाई अभियान चलाया जाता है. महीने में एक दो बार इनकी सफाई होती है. पेस्ट कंट्रोल ऑफिसर भांसी का कहना है कि लोगों में गलतफहमी है कि कचरे से मलेरिया या डेंगू की बीमारी फैलती है, लेकिन ऐसा नहीं हैं. ये बीमारियां साफ पानी में मच्छरों के प्रजनन से अधिक फैलती हैं. उन्होंने लोगों से कहा है कि वो कहीं भी पानी न जमा होने दें.


खुद को कैसे रखें स्वस्थ ?

इंटरनल मेडिसिन की कंसल्टेंट डॉक्टर हनी सावला (Honey Savla) कहती हैं कि बारिश के मौसम में बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए. रोड पर जमे पानी से भी दूर रहना चाहिए. इसके साथ फ्लू की वैक्सीन लेनी बेहद जरूरी है. इस बरसाती मौसम में भरपूर पानी पीना और गरम खाना खाना भी जरूरी है.

मुंबई में मलेरिया, डेंगू और ग्रेस्ट्रो के मामले

मलेरिया - 1493 मामले (जनवरी 15 से जुलाई 2022 तक),  2021 में  2548 मामले और 2020 में 1928 मामले सामने आए.

डेंगू - 142 मामले (जनवरी 10 से जुलाई 2022 तक),  2021 में 77 और  2020 में 52 मामले सामने आए.

गैस्ट्रो - 3082 मामले ( जनवरी से जुलाई 2022 तक),  2021 में जनवरी से दिसंबर तक 3110 और  2020 में 2549 मामले सामने आए.


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