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गैस सिलेंडर में धमाका : गुब्बारा फुलाने वाली गैस के सिलेंडर में ब्लास्ट, बलून वाले का एक पैर कटकर हुआ अलग

 गैस सिलेंडर में धमाका : गुब्बारा फुलाने वाली गैस के सिलेंडर में ब्लास्ट, बलून वाले का एक पैर कटकर हुआ अलग.

शनिवार लगभग 2.15 बजे एसिटीलीन गैस का सिलेंडर फटने से गुब्बारों में गैस भरने की तैयार कर रहे युवक का पैर कटकर दूर जा गिरा। उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। युवक के साथी को भी चोट लगी है। हादसे के बाद कलेक्टर ने 3 अफसरों का जांच दल बना दिया है।

अग्रसेन जयंती समारोह की शुरुआत के लिए लगभग 1 हजार गैस के गुब्बारे तैयार करने थे। इसका जिम्मा जिस गुब्बारे वाले को दिया गया था। उसने 3 सिलेंडर रखे थे। गैस बनने के बाद सिलेंडर गर्म हो गए थे। 3 सिलेंडरों में दो को ठंडा कर लिया गया था। सुशील पटेल नामक युवक ने तीसरे सिलेंडर को ठंडा करने के लिए उस पर पानी डाला।


तभी तेज धमाके के साथ सिलेंडर फट गया। सुशील के बाएं पैर का घुटना से नीचे वाला हिस्सा कटकर दूर जा गिरा। वहीं थोड़ी दूर खड़े उसके साथी सुरेश चौहान को हल्की चोट लगी। लहूलुहान सुशील वहीं तड़पता रहा। आसपास के लोग शोर सुनकर अंदर गए और पुलिस को सूचना दी। कोतवाली पुलिस के साथ ही आयोजन समिति के लोग भी वहां पहुंचे। सुशील और सुरेश को अस्पताल पहुंचाया गया। सुशील को 3 घंटे बाद भी होश नहीं आया। सर्जन समेत 5 डॉक्टरों की टीम इलाज में लगी रही।


गुब्बारे वाली गैस इसलिए खतरनाक

गैस वाले गुब्बारों में हीलियम या हाइड्रोजन गैस भरी जाती है, लेकिन इस पर खर्च ज्यादा आता है। इसके विकल्प के रूप में एसिटिलीन गैस का इस्तेमाल किया जाता है। ठोस कैल्शियम कार्बाइड में पानी डालकर दाल की तरह घोटा जाता है। इस मिश्रण से एसिटिलीन गैस बनती है। कंटेनर (सिलेंडर) के आकार के अनुपात में मिश्रण और पानी ज्यादा होने पर ज्यादा मात्रा में बनी गैस परेशानी पैदा कर सकती है। मिश्रण के तत्वों में विघटन से कार्बन और हाइड्रोजन अलग होते हैं। ये क्रिया तापमान बढ़ाती है और कंटेनर में विस्फोट की आशंका बढ़ जाती है।

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