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बेटी के बेहतर भविष्य का हुआ इंतजाम! 21 साल बाद 'लाडो' के हाथ में होंगे 66 लाख, जानिए कैसे?

भारत में बेटियों के भविष्य की चिंता जन्म के बाद से ही माता-पिता को सताने लगती है. हालांकि, पहले यह फिक्र शादी से जुड़ी होती थी लेकिन अब जमाना बदल गया है.
बेटियां भी पढ़-लिखकर मां-बाप का नाम रोशन कर रही है. हालांकि, शादी हो या पढ़ाई दोनों के लिए एक समय के बाद पैसों

की जरूरत होती है. इसलिए पैरेंट्स की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए उसके जन्म के बाद से ही निवेश करना शुरू कर दें. बेटियों के सुरक्षित भविष्य और माता-पिता की इस चिंता को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samridhi Yojana) चला रही है.

इस योजना में 21 साल की अवधि के बाद बेटियों के लिए एक बड़ी रकम अर्जित की जा सकती है. खास बात है कि यह रकम पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है. सरकार ने शुक्रवार को 8 स्मॉल सेविंग स्कीम में ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है लेकिन सुकन्या समृद्धि योजना पर इंटरेस्ट रेट नहीं बढ़ाया है. लेकिन कुछ बड़े बदलावों का ऐलान किया है. इनके तहत सुकन्या समृद्धि योजना के नए नियमों के तहत खाते में गलत ब्‍याज डलने पर उसे वापस पलटने के प्रावधान को हटाया गया है. इसके अलावा खाते का सालाना ब्‍याज हर वित्‍त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाएगा. पहले यह त‍िमाही आधार पर खाते में क्रेड‍िट होता था.

क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?

वे माता-पिता या अभिभावक जिनकी 10 साल से कम उम्र की बेटी है, वह सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवा सकते हैं. इस योजना की सबसे खास बात यह है यह ज्यादा ब्याज देने वाली सरकारी स्कीम है. फिलहाल इस योजना पर हर वर्ष 7.6 फीसदी का इंटरेस्ट मिलता है जबकि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) में मिलने वाला ब्याज़ 7.1 फीसदी है.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड खाते की तरह ही सुकन्या समृद्धि योजना में अधिकतम 1,50,000 रुपये सालाना जमा कराए जा सकते हैं, वहीं, इस योजना में हर साल जमा कराई जाने वाली न्यूनतम राशि 250 रुपये है. किसी भी अधिकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अभिभावक अपनी दो बेटियों का अकाउंट खुलवा सकते हैं.

समझें 21 साल में कैसे मिलता है 66 लाख का रिटर्न?

अगर बेटी के जन्म के तुरंत बाद सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर दिया जाए तो यह बहुत फायदेमंद होता है. इस स्कीम में लड़की 15 वर्ष की होने तक आपको हर साल निवेश करना होगा और इसकी अधिकतम सीमा डेढ़ लाख रुपये होगी. इस दौरान 15 साल में आप 22,50,000 रुपये का निवेश करेंगे और इसके 6 साल बाद यानी जब बेटी 21 साल की हो जाएगी तो उसे मैच्योरिटी की रकम हासिल होगी और यह करीब 65,93,071 रुपये होगी. इस रकम में ब्याज़ का हिस्सा 43,43,071 रुपये होगा.

हालांकि, इस अवधि के दौरान ब्याज दरों में बदलाव के कारण इस स्कीम में मिलने वाला रिटर्न ऊपर-नीचे हो सकता है. सबसे अच्छी बात है कि 21 वर्ष बाद मिलने वाली करीब 66 लाख की इस रकम पर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं देना होगा.

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