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Maharashtra Politics Update: ढाई साल घर से नहीं निकलने वाला CM दिखाओ, ईनाम ले जाओ', शिंदे का उद्धव पर जोरदार हमला

आज (30 दिसंबर, शुक्रवार) महाराष्ट्र विधानसभा शीत सत्र का आखिरी दिन था. विपक्ष सत्र को एक हफ्ते और बढ़ाना चाहता था, लेकिन यह स्वीकार नहीं किया गया.

अगला विधानसभा सत्र 27 फरवरी से शुरू होगा. शीत सत्र के आखिरी दिन सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने समापन भाषण में कई मुद्दों को उठाया. वे शिवसेना के ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे पर काफी आक्रामक रहे. दरअसल उद्धव ठाकरे ने एक सभा में एकनाथ शिंदे के हेलिकॉप्टर से अपने मूल गांव जाने की खिल्ली उड़ाते हुए कहा था कि देश में हेलिकॉप्टर से खेत जाने वाला दूसरा सीएम दिखाओ और ईनाम ले जाओ.

यानी उद्धव का कटाक्ष सीएम एकनाथ शिंदे के इस दावे पर था कि वे एक किसान हैं और बाकी किसानों की तरह ही आम इंसान हैं. उद्धव के कटाक्ष का जवाब देते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि एक ऐसा मुख्यमंत्री दिखाओं जो ढाई साल तक घर से बाहर नहीं निकला और ईनाम ले जाओ. यानी शिंदे ने इस बात पर कटाक्ष किया कि कोरोना काल में उद्धव ठाकरे घर से निकलते ही नहीं थे और राज्य को भगवान भरोसे छोड़ दिया था.

किसान भी हेलकॉप्टर में उड़े, हर तहसील में हेलिपैड बने’

एकनाथ शिंदे ने कहा कि किसान गाड़ियों से चले, हेलिकॉप्टर से उड़े हमारी यह सोच है. इसलिए हम हर तहसील में हेलिपेड बनाने जा रहे हैं. ताकि जब आपदा-विपदा के हालात हों तो एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कर उनकी मदद की जा सके.

‘कंगना रनौत का घर तोड़ा, नवनीत राणा को जेल भेजा’

सीएम शिंदे ने कंगना रनौत के घर पर मुंबई महानगरपालिका द्वारा बुलडोजर चलवाए जाने के ठाकरे सरकार के फैसले की फिरकी यह कह कर ली कि कंगना का घर तोड़ने के लिए वकील को 80 लाख रुपए दिए. जनता के पैसे बर्बाद किए. सांसद नवनीत राणा को किस लिए जेल भेजा, हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए?

‘प्रबोधनकार ठाकरे के वारिस होकर ‘लिंबू-टिंबू’ की बात करते हो’

सीएम शिंदे कल नागपुर में संघ कार्यकर्ता की तरह रेशीमबाग जाकर डॉ. हेडगेवार की प्रतिमा पर फूल चढ़ाया था. इस पर उद्धव ठाकरे ने व्यंग्य करते हुए कहा था मोहन भागवत जी जरा देखिए कहीं ये आपका कार्यालय कब्जा करने तो नहीं गए. वहां नींबू-मिर्ची लगा लें. संजय राउत ने कहा था बालासाहेब ठाकरे के विचार मानने का दावा करने वालों के दिमाग में रेशमी कीड़ा घुस गया है. इसका जवाब देते हुए आज एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो प्रबोधनकार ठाकरे कर्मकांड, अंधविश्वास के खिलाफ पूरी जिंदगी लड़ाई लड़ते रहे उनके पोते आज ‘लिंबू-टिंबू'(नींबू-मिर्ची) की बात कर रहे हैं.

संजय राउत के रेशमी कीड़े वाले कटाक्ष के जवाब में एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहेब के विचारों को मानने वाले हैं इसीलिए हिंदुत्व के रास्ते पर चल रहे हैं. रेशीमबाग गए, गोविंदबाग नहीं.

शिंदे-ठाकरे के झगड़े से जनता का क्या लेना देना- अजित पवार

विधानसभा के आखिरी दिन अजित पवार ने एकनाथ शिंदे को नसीहत देते हुए कहा कि एक मुख्यमंत्री होने के नाते वे जनता के कामों में मन रमाएं. ये छोटी-मोटी टीका-टिप्पणियों में नहीं. उनके और ठाकरे के झगड़े से जनता को क्या हासिल होने वाला है. उन्होंने कहा कि आपके गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर को जवाब देने के लिए कहें, इतने बड़े राज्य का सीएम होने की जिम्मेदारी बड़ी है.

सीएम शिंदे ने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं

हालांकि बता दें कि सीएम शिंदे ने अपने समापन भाषण में अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. उन्होंने बताया कि उनकी सरकार में दिव्यांगों के लिए अलग मंत्रालय बनाने वाला महाराष्ट्र पहला राज्य बना है. सात करोड़ लोगों को दिवाली में सिर्फ 100 रुपए में राशन दिए गए. धान उगाने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 15 हजार रुपए का बोनस का ऐलान किया. इसके पैसे सीधे किसानों के खाते में जमा होंगे. इस वजह से किसी को पैसे खाने का मौका नहीं मिलेगा.

आगे सीएम शिंदे ने कहा कि उनकी सरकार ने ज्यादा बरसात और बाढ़ से प्रभावित हुए किसानों को पांच हजार करोड़ की मदद राशि उपलब्ध करवाई. राज्य में 700 बालासाहेब ठाकरे अस्पताल तैयार करवाए. मुंबई में 52 दवाखाने शुरू किए. ठाणे में भी इसकी शुरुआत की. इसमें आम नागरिकों को मुफ्त दवाइयां और इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. सिंचाई की महत्वाकांक्षी जलयुक्त शिवार योजना फिर से शुरू की गई. 75 हजार सरकारी नौकरियां देने का ऐलान किया.


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