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उदयपुर में आदिवासी लड़की का अपहरण कर किया रेप, फिर सुबूत मिटाने के लिए लाश के 10 टुकड़े कर खंडहर में फेंका

उदयपुर के मावली थाना क्षेत्र में 9 मासूम आदिवासी बालिका के दुष्कर्म और निर्मम हत्या का सनसनी खेज मामला सामने आया है. मासूम के पडोस में ही रहने वाले ​आरोपी युवक ने पहले बहला फुसला कर उसका अपहरण किया.
फिर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. यही नहीं अपने गुनाह पर पर्दा डालने के लिए उसने पहले मासूम को मौत के घाट उतारा और फिर बडी ही निर्ममता से उसके शव के दस टुकडे कर दिए और पास ही के खंडहर में फैंक दिए.

घटना का पता चलने के बाद ग्रामीणों और आदिवासी समाज के लोगों का गुस्सा फुट पडा. वही पुलिस ने मामले की त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर दिया. मानवता को शर्म सार करने वाली यह घटना मावली थाना क्षेत्र के लोपडा गांव की है. एसपी विकाश शर्मा ने बताया ​कि 29 मार्च को 9 साल की आदिवासी बालिका शाम को स्कूल की छूट्टी के बाद अपने घर पहुंची. जहा से वह अपने पिता के पास खेत पर जाने के लिए घर से निकल गई. उसके बाद वह लापता हो गई. 

देर शाम तक भी घर पर नहीं पहूंचने पर पहले परिजनों ने उसकी तलाश की. सफल नहीं होने पर परिजनों ने मावली थाने में मासूम के अपहरण का माला दर्ज कराया. मासूम की तलाश के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबीश दे रही थी. इस दौरान 1 अप्रेल की शाम पुलिस को सुचना मिली कि गांव के ही एक खंडहर में अलग अलग कट्टों मासूम का शव पडा होने की संभावना है. इस पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच और कट्टों को खोल कर देखा तो उसकी लापता हुई मासूम के शव के टूकडे पडे हुई थे. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आलाधिकारियों के साथ एफएसएएल और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने आवश्कय कार्रवाई कर देर रात शव को एमबी चि​कित्सालय की मोर्चरी में रखवाया.

ग्रामीणों का फूटा आक्रोश

आदिवासी मासूम की निर्मम हत्या के बाद आज ग्रामीणों का आक्रोश फुट पडा. घटना के विरोध में सुबह से ही गांव में बडी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों के साथ ग्रामीण मौके पर जमा हो गए. लोगों ने परिवार के लोगों को मुआवजा और आरापियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. ग्रामीणों का आक्रोश देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया. वही आईजी अजय पाल लाम्बा और एसपी विकाश शर्मा सहीत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से समजाइश कर उन्हे शांत किया. पुलिस अधिकारियों से मिले ठोस आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए. वही उदयपुर के एमबी होस्पीटल में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस ने शव को परिजनों को सुपुर्द किया और कड़ी सुरक्षा के बीच शव का अंतिम संस्कार करवाया गया.

इस तरह दिया वारदात को अंजाम

एसपी विकाश शर्मा ने बताया मासूम जब अपने घर से खेत के लिए निकली तो रास्ते में ही पडोस में रहने वाले कमलेश सिंह राजपुत पिता राम सिंह नाम के युवक ने बहला फुसला कर उसका अपहरण कर लिया. फिर अपने घर में पहले उसके साथ दुष्कर्म किया. फिर उसकी हत्या कर दी. यही नहीं दरिंदे युवक ने उसके शव के दश टूकडे कर दिए. फिर अलग अलग कट्टों में भर कर घर के सामने ही एक खंडहर में फैक दिए.

इस तरह दिया वारदात को अंजाम

गांव में ही आदिवासी बालिका का शव मिलने के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई. प्रारम्भीक जांच में ही पुलिस को वारदात के पिछे गांव के ही किसी व्यक्ति के हाथ होने की आशंका हुई. इस पर पुलिस की टीमों ने गांव के कई लोगों से पूछताछ की और आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया. इस दौरान सामने आया कि मासूम को अंतिम बाद 29 अप्रेल की शाम को घटना स्थल के पास मंदिर के यहा देखा गया. संदिग्धों से पूछताछ और अन्य स्त्रोत से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम मामले की कडी से कडी को जोडते हुए आरोपियों कमलेश तक पहुंच गई. पुलिस ने संदेह के आधार पर कमलेश को हिरासम में लिया और जब उससे कडाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस की टीम मामले में कमलेश से पूछताछ कर ही है. संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में उसके परिवार के अन्य सदस्यों के शामिल होने की संभावना है. जिसके बारे में पुलिस अनुसंधान कर रही है.


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