कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है और कोरोना को फैलने से रोकने के लिए KEM Hospital Mumbai में कोरोना आउट पेशेंट विभाग शुरू करने का निर्णय लिया गया है।अस्पताल की संस्थापक डॉ. संगीता रावत और विभिन्न विभागों के प्रमुखों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
खांसी, जुकाम और बुखार के लिए बाह्य रोगी विभाग शुरू किया जाएगा। इस आउट पेशेंट विभाग में मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा और फिर कोरोना जांच रिपोर्ट के अनुसार मरीजों का इलाज किया जाएगा। वहीं, इस बाह्य रोगी विभाग में एच3एन2 और सामान्य बुखार, सर्दी-खांसी से पीड़ित मरीजों का भी इलाज किया जाएगा।
कोरोना आउट पेशेंट विभाग को शुरू करने की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और इस सप्ताह के अंत तक यह विभाग काम करने लगेगा। सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. विजयकुमार सिंह एवं सामुदायिक चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजयकुमार सिंह ने कहा कि कोरोना आउट पेशेंट विभाग में पाए जाने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को तत्काल उपचार के साथ ही उनकी स्थिति को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में भर्ती करने या घर में ही आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाएगी. प्रोफेसर, केईएम अस्पताल।
अस्पताल के स्टाफ को भी आइसोलेशन में रखा जाएगा
अस्पताल के कर्मचारी लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आ रहे हैं. ऐसे में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका ज्यादा है। कोरोना से संक्रमित कर्मचारियों को सात दिनों तक जबरन आइसोलेशन में रखा जाएगा।
हर सेक्शन में होगा टेस्ट
कोरोना की पहली दो लहरों के दौरान जो मरीज अस्पताल के किसी भी विभाग में आते थे, उन्हें चिकित्सा विभाग में कोरोना जांच के लिए भेजा जाता था, इसलिए पूरे अस्पताल में कोरोना मरीज घूमता रहता था।
लेकिन इस समय प्रत्येक विभाग में कोरोना मरीजों के पंजीकरण के साथ ही कोरोना मरीजों की जांच की सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी, जिससे मरीजों को बार-बार अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
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