पाइप लाइन में सेंधमारी कर सरकारी कंपनी का तेल चुराने वाले अंतरराज्यीय गैंग का सहारनपुर पुलिस ने पर्दाफाश किया है। सहारनपुर की क्राइम ब्रांच टीम और सरसावा थाना की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के दौरान गैंग के 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया है जबकि गैंग के तीन बदमाश मौके से भागने में कामयाब हो गए। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने चुराया गया हजारों लीटर तेल, कार, महेन्द्रा गाड़ी, ट्रैक्टर, चोरी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण और अवैध हथियार बरामद किए हैं।
पुलिस का दावा है कि यह गैंग बीते दो सालों से उत्तराखंड और यूपी में सक्रिय था। गैंग अब तक करीब 1 करोड़ रुपए कीमत का लाखों लीटर तेल चोरी कर चुका है। सरकारी तेल की चोरी कर देश को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले गैंग के पकड़े जाने पर उत्तर प्रदेश के एसीएस (होम) और जोन के एडीजी ने सहारनपुर पुलिस की प्रशंसा करते हुए टीम को 1-1 लाख रुपए का ईनाम देने की घोषणा की है। वहीं, सराहनीय कार्य करने पर सहारनपुर के एसएसपी ने भी टीम को 25 हजार रुपए देने की घोषणा की है।
सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि गैंग द्वारा बीते दो सालों से लगातार पाइप लाइन में सेंधमारी कर सरकारी तेल की चोरी की जा रही थी। गैंग के सदस्यों द्वारा की गईं 16 घटनाएं सामने आईं थीं। जिनमें से 10 मामलों में उत्तराखंड और सहारनपुर में एफआईआर दर्ज की गईं। एसएसपी ने बताया कि जिले का चार्ज संभालने के बाद से ही यह गैंग उनकी रडार पर था। इसके लिए उन्होंने सीओ नकुड के नेतृत्व में जिले की क्राइम ब्रांच और सरसावा थाना पुलिस की एक टीम का संयुक्त गठन किया और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए लगाया। रविवार को सूचना के आधार पर पुलिस की टीमों ने बदमाशों की घेराबंदी की तो बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया।
लेकिन जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों में शुभम निवासी ग्राम सांपली, सरसावा, संदीप निवासी छपरौली जिला बागपत, गुरमीत उर्फ काला व अजय निवासी रामपुर मनिहारन सहारनपुर, भूपेन्द्र सिंह निवासी कैराना शामली, शुभम व अजीत निवासी लक्सर हरिद्वार और उदित कुमार निवासी भोपा जिला मुजफ्फर नगर शामिल हैं। जबकि गैंग के सदस्य सोनित मोहद्दीनपुर नकुड़ जिला सहारनपुर, पीतम उर्फ कल्लू निवासी लक्सर जिला हरिद्वार और विनित निवासी छपार मुजफ्फरनगर भागने में कामयाब हो गए। एसएसपी ने बताया कि संदीप गैंग का सरगना है। जबकि भोपा
मुजफ्फरनगर निवासी उदित कुमार पेट्रोल पंप का मालिक है।
सहारनुपर के अलावा बदमाशों की तलाश में थी उत्तराखंड पुलिस
एसएसपी सहारनपुर आकाश तोमर ने बताया कि गैंग का सरगना संदीप पूर्व में भी इस मामले में हरियाणा से जेल जा चुका है। गैंग के सभी सदस्यों का आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है। गैंग के अन्य सदस्य भी किसी न किसी मामले में पूर्व में जेल जा चुके हैं। गैंग के सदस्यों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड के हरिद्वार में तेल चोरी की वारदात करना कबूला है। एसएसपी ने बताया कि सहारनपुर पुलिस के अलावा उत्तराखंड की पुलिस भी गैंग को पकडऩे का प्रयास कर रही थी। लेकिन सटीक सूचना के आधार पर उनकी टीम ने गैंग को पकड़ लिया।
पंप का लाइसेंस समाप्त होने के बाद कर ली बाबू से साठगांठ
एसएसपी ने बताया कि गैंग में शामिल उदित कुमार मुजफ्फरनगर के भोपा क्षेत्र में पेट्रोल पंप का संचालन करता है। लेकिन उसके पंप का लाइसेंस अगस्त.2021 में समाप्त हो चुका है। आरोपी उदित ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि लाइसेंस की समयावधि समाप्त होने के बाद वह मुजफ्फरनगर के जिला आपूर्ति विभाग के बाबू से साठगांठ कर अपने पंप को बिना लाइसेंस के ही चला रहा था। इसकी एवज में उसने बाबू का महीना बांध रखा था। जिसके चलते किसी विभाग के अधिकारी द्वारा उसके पंप पर छापेमारी नहीं की गई। यही वजह है कि आरोपी उदित बेलगाम अंदाज में चोरी का तेल सस्ते दामों में खरीद कर पंप से बेच रहा था। एसएसपी ने बताया कि जनवरी 2021 से उदित ने अपने पंप के लिए एक नंबर में तेल नहीं खरीदा था। वह चोरी के तेल को ही पंप से बेच रहा था।
पुलिस की रडार पर आया जिला आपूर्ति विभाग का बाबू
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि गैंग के सदस्य चुराए गए सरकारी तेल को उदित के पेट्रोल पंप और हरिद्वार में बेचा करते थे। बायो डीजल का लाइसेंस लेकर पेट्रोल और डीजल बेचने वाला पंप का मालिक उदित चोरों से सस्ते दामों में तेल खरीद कर मार्केट रेट पर बेच रहा था। मोटा मुनाफा कमाकर उसने अकूत संपत्ति अर्जित कर ली थी। साथ ही पंप मालिक उदित से साठगांठ करने वाला बाबू भी पुलिस की रडार पर आ गया है। इसके अलावा गैंग से जुडक़र मोटा मुनाफा कमाने वाले लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी का कहना है कि इस मामले में पुलिस आरोपियों के खिलाफ एनएसए और गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही करेगी।
लाइन में ड्रिल कर निकालते थे तेल, शामिल हैं एक्सपर्ट वेल्डर
पुलिस की मानें तो गैंग में दो एक्सपर्ट वेल्डर भी शामिल हैं। गैंग के सदस्य रात के वक्त पाइप लाइन में ड्रिल मारकर सुराग कर लेते थे और फिर आधा घंटे में करीब 5 हजार लीटर तेल चोरी कर टैंकर व ड्रम आदि में भर लेते थे। चोरी के तेल को तय व्यक्तियों को बेच दिया जाता था। इसके बाद एक्सपर्ट वेल्डर वेल्डिंग से सुराग को बंद कर देते थे।
कर्मचारियों से मिलीभगत कर मोबाइल टावरों से भी चुराते थे डीजल
आकाश तोमर ने बताया कि गैंग के सदस्य न सिर्फ पाइप लाइन में सेंधमारी कर तेल की चोरी कर रहे थे बल्कि इन लोगों द्वारा मोबाइल टावर से भी डीजल की चोरी की जा रही थी। आरोपियों से पूछताछ में टावर की मेंटीनेंस टीम के कर्मचारियों से मिलीभगत का पता चला है। एसएसपी का कहना है कि आरोपियों के बताए अनुसार पुलिस टावर की मेंटीनेंस करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी। साक्ष्य मिलने पर पुलिस उनके खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है।
सरकारी कंपनी के अधिकारियों ने की थी दो राज्यों के डीजीपी से शिकायत
पाइप लाइन से लगातार तेल चोरी होने के मामले में तेल की सरकारी कंपनियों के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के डीजीपी से मिलकर शिकायत की थी। जिसके बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने सहारनपुर पुलिस को गैंग के खुलासे के निर्देश जारी किए थे। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद उन्होंने संयुक्त टीम का गठन किया। टीम द्वारा रविवार को उक्त गैंग का पर्दाफाश कर दिया गया। अंतरराज्यीय गैंग के पकड़े जाने पर एसीएस (होम) और जोन के एडीजी ने टीम को 1-1 लाख रुपए देने की घोषणा की है। एसएसपी ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य करने वाली टीम को सम्मान दिलाने के लिए वह शासन को पत्र भी लिखेंगे।