महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट का पहला मामल दर्ज हुआ है. पुणे में इन सब वेरिएंट (Omicron Sub Variant) के कुल 7 मामले सामने आए हैं. इनमें BA.4 के 4 केस और BA.5 के 3 मामलों की पुष्टि हुई है. राज्य के हेल्थ डिपार्टमेंट ने जिनोम सिक्वेंसिंग के बाद यह जानकारी दी है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने सभी जिला प्रशासन को टेस्टिंग बढ़ाने का निर्देश दिया है.
महाराष्ट्र के हेल्थ डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने एक आदेश में जिला प्रशासन से असामान्य मामलों को लेकर अलर्ट रहने को कहा है. इससे पहले हैदराबाद में इस महीने की शुरुआत में BA.4 सब वेरिएंट का पहला केस सामने आया था. यहां साउथ अफ्रीका से लौटे एक यात्री का सैंपल लेने के बाद इसकी पुष्टि हुई.
इससे पहले देश में सब वेरिएंट BA.4 और BA.5 के मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग बढ़ा दी. ताकि इन सब वेरिएंट के सोर्स का पता लगाया जा सके.
इसे भी पढ़ें: भारतीय तेल कंपनियों के लगभग 1,000 करोड़ रुपये रूस में फंसे, प्रतिबंधों के चलते नहीं मिल पा रहा डिविडेंड
‘इन वेरिएंट्स से डरने की जरूरत नहीं’
लैंसेट कमीशन की मेंबर डॉ. सुनीला गर्ग ने बताया कि, ‘ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट संक्रामक है, लेकिन घातक नहीं है. अभी हम एंडेमिक की ओर बढ़ रहे हैं और केस आएंगे वो इतने घातक नहीं होंगे इसलिए डरने की जरूरत नहीं है सिर्फ कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें.
भारतीय SARS-CoV-2 जिनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने भी तमिलनाडु और तेलंगाना में BA.4 व BA.5 के के मामलों की पुष्टि की है. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है. क्योंकि ओमिक्रॉन वेरिएंट का यह वेरिएंट पहले से ही देश में व्यापक रूप से फैल चुका है और वायरस के डेल्टा संस्करण की तुलना में कम गंभीर प्रभाव रहा है.
बता दें कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान पिछले साल नवंबर में साउथ अफ्रीका में हुई थी. इसके बाद यह वेरिएंट तेजी से ब्रिटेन समेत कई देशों में फैला था. हालांकि यह वेरिएंट अति संक्रामक जरूर है लेकिन पिछले वेरिएंट्स की तुलना में कम घातक है.