पीड़ित छात्र का कहना है कि उसे सारे स्कूल के सामने कपड़े उतरवाकर पीटा गया। वह गिड़गिड़ाता रहा कि मेरे चाचा को बुला दो पर उसकी एक नहीं सुनी गई और उसे बेरहमी से तीनों शिक्षकों ने पीटा।
सीकर में एक दलित छात्र के साथ बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि पहले तो टीचर और स्कूल प्रिंसिपल ने थप्पड़ मारे। इसके बाद डायरेक्टर ने असेंबली ग्राउंड में छात्र को लोहे की पाइप से पीटा।
श्रीमाधोपुर में रहने वाले एईएन रामकेश ने बताया कि उनका 16 साल का भतीजा श्रीमाधोपुर की एक स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ता है। 31 अगस्त की सुबह करीब आठ बजे वह स्कूल के असेंबली ग्राउंड में था। इस दौरान उसे टीचर ने आगे आने को कहा। जब अभिषेक आगे की तरफ चलने लगा तो टीचर ने उसे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। ऐसे में जब अभिषेक एक बार पीछे की तरफ मुड़ा तो उसका हाथ गलती से टीचर को टच हो गया। इसके बाद स्कूल प्रिंसिपल सागरमल ने उसे अपने ऑफिस में बुलाया और वहां भी उसके साथ मारपीट की। इसके बाद डायरेक्टर प्रदीप जाट ने असेंबली ग्राउंड में अभिषेक के कपड़े उतरवाए और उसके साथ लोहे की पाइप से बेरहमी से मारपीट की।
मारपीट करने के बाद स्कूल स्टाफ ने एईएन रामकेश को फोन किया और उसे कहा कि वह आकर अभिषेक को ले जाए। ऐसे में चाचा अपने साथ अभिषेक को लेकर आ गया और उसे रूम पर छोड़ दिया। रामकेश ने अभिषेक से घटनाक्र पूछा। बच्चे के शरीर पर मारपीट के गहरे निशान देखकर परिजन हैरान रह गए। जिसके बाद परिजनों ने श्रीमाधोपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। वहीं छात्र का कहना है कि उसे स्कूल में सभी के सामने मारा गया। उसका हाथ गलती से टीचर को टच हो गया। वह गिड़गिड़ाता रहा लेकिन डायरेक्टर रॉड से उसे मारता रहा।
क्रॉस मामले दर्ज
रींगस डिप्टी कन्हैया लाल ने बताया कि मामले में स्कूल के टीचर मुकेश ने भी स्टूडेंट के खिलाफ थप्पड़ मारने का मामला दर्ज करवाया है। फिलहाल दोनों मामलों की जांच जारी है।