यह साफ नहीं है कि छात्रों के बीच शुरुआती झड़प का क्या कारण था और क्या पुलिस की वीडियो फिल्माए जाने से पहले या बाद में कोई बात हुई थी या नहीं.
एक प्रेस रिलीज़ में, इरविंग पुलिस डिपार्टमेंट ने यह माना है कि पुलिस अधिकारियों ने झगड़े में शामिल छात्रों को अलग करने और हिरासत में लेने के लिए बल का प्रयोग किया.
इसमें कहा गया है कि इरविंग पुलिस डिपार्टमेंट बल से हर प्रयोग को रिव्यू कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नीतियां और प्रक्रियाओं को सही से पालन किया गया." प्रेस नोट के अनुसार, " हमने सोशल मीडिया पर इस झगड़े की वीडियो क्लिप देखीं हैं और एक इंटरनल जांच शुरू कर दी है.
इससे आगे, एनबीसी न्यूज़ के अनुसार, पुलिस ने जानकारी दी है कि अधिकारी जिसने छात्र को धक्का मारा उसे जांच के दौरान दूसरी जगह भेज दिया गया है. दूसरी ओर झगड़े में शामलि छात्रों को सार्वजनिक स्थान पर लड़ाई के आरोप में तलब किया गया है.
जांच के अनुसार, पुलिस डिपार्टमेंट भी इरविंग इंडिपेंडेंट स्कूल से पूछताछ कर रही है और साथ ही उसके पिता को भी जिसके बेटे को अधिकारी ने कई बार धक्का मारा.