छठ पूजा 30 और 31 अक्टूबर को है. व्रत करने वाली महिलाएं घुटनों तक पानी में उतरकर सूर्य देव को ‘अर्घ्य’ देती हैं.
दिल्ली जलबोर्ड के डायरेक्टर (क्वालिटी कंट्रोल) संजय शर्मा ने आज यमुना के पानी से स्नान किया. संजय शर्मा को भाजपा के नेता परवेश वर्मा और तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने डांटा था और फटकार लगाते हुए पानी में नहाने की चुनौती दी थी. इनकी गरमागरम बातचीत का एक वीडियो बाद में डीजेबी के उपाध्यक्ष आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने ट्विटर पर पोस्ट भी किया था.
दरअसल भाजपा लगातार आरोप लगा रही है कि यमुना में टॉक्सिक फॉर्म को हटाने के लिए ज़हरीले रासायन का छिड़काव किया जा रहा है. वहीं दो दिन बाद चुनौती लेते हुए संजय शर्मा ने नदी के पानी से स्नान किया और लोगों को आश्वस्त किया कि पवित्र स्नान के लिए पानी सुरक्षित है.
बता दें राष्ट्रीय राजधानी में छठ को लेकर पार्टियों की राजनीति तेज हो गई है. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भरतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा कांग्रेस के बीच यमुना नदी में प्रदूषण और त्योहार के लिए घाटों पर तैयारियों को लेकर जुबानी जंग छिड़ हुई है. छठ पूजा 30 और 31 अक्टूबर को है. व्रत करने वाली महिलाएं घुटनों तक पानी में उतरकर सूर्य देव को ‘अर्घ्य' देती हैं. यह त्योहार दिल्ली में रह रहे बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश - पूर्वांचलियों के बीच बेहद लोकप्रिय है.
भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने ट्विटर पर कई वीडियो साझा किए और कहा कि श्रद्धालुओं को इस बात का दुख है कि त्योहार मनाने के लिए उनके लिए बनाए गए अस्थायी तालाबों में पानी उपलब्ध नहीं है. उन्होंने 2015 से प्रदूषण के कारण यमुना के झाग के कथित वीडियो भी साझा किए और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नदी को साफ करने के वादे का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘वे पांच साल कभी नहीं आएंगे''.