देश की पहली बुलेट ट्रेन के जरिए मुंबई से अहमदाबाद जाने वाले यात्री समुद्र के अंदर यात्रा करने का रोमांच अनुभव कर सकेंगे. मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में 21 किमी लंबी सुरंग ठाणे क्रीक में पानी के अंदर से गुजरेगा. एमएएचएसआर प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1,08,000 करोड़ रुपये है, जिसमें सुरंग के हिस्से की लागत भी शामिल है.
बुलेट ट्रेन के लिए कुल तीन डिपो बनेंगे. एक महाराष्ट में और 2 गुजरात के सूरत और साबरमती में. हाल ही में रेल मंत्रालय ने साबरमती में बन रहे डिपो की तस्वीर भी शेयर की थी. जानकारी के मुताबिक, बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी और ये भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन बनेगी. ये दोनों शहरों के बीच सफर में लगने वाले समय को 6 घंटे से घटाकर 3 घंटे कर देगी.
भूमि अधिग्रहण, टेक्निकल अप्रूवल और संबंधित समय-सीमा के पूरा होने के बाद प्रोजेक्ट के शुरू होने की अनुमानित समय-सीमा का पता लगाया जा सकता है. एमएएचएसआर प्रोजेक्ट विश्व स्तरीय जापानी शिंकानसेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है जो विश्वसनीयता और सुरक्षा के लिए प्रसिद्ध है. 1964 में इसके ऑपरेशन के बाद से जापानी शिंकानसेन पर शून्य मौतें हुई हैं.