MVA में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस शामिल हैं। 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद बने त्रिपक्षीय गठबंधन ने उस वर्ष नवंबर से जून 2022 तक राज्य पर शासन किया। जब एकनाथ शिंदे और पार्टी के 39 विधायकों द्वारा शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के बाद इसकी सरकार गिर गई।
क्या कहा नसीम खान ने?
सभी 48 लोकसभा क्षेत्रों की समीक्षा करने के लिए तीनों गठबंधन सहयोगियों के नेताओं की एक समिति बनाई जाएगी और एक सूत्र की सिफारिश की जाएगी जिसे तीनों दलों के नेतृत्व द्वारा अंतिम रूप दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सीटों का बंटवारा चुनावी योग्यता के आधार पर किया जाएगा और ऐसा कोई मानदंड नहीं है कि सहयोगी दलों में से एक मौजूदा सांसद वाला निर्वाचन क्षेत्र पार्टी के पास रहेगा। उन्होंने कहा "चुनावी योग्यता ही एकमात्र मानदंड होगा"
संजय राउत ने कहा कि पिछले चुनाव में जीती 18 सीटें उनकी पार्टी के पास रहेंगी। इससे पहले दिन में शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा कि अविभाजित शिवसेना ने पिछले आम चुनाव में महाराष्ट्र में 18 सीटें जीती थीं और ये सीटें उनकी पार्टी के पास रहेंगी। इसके बारे में बात करते हुए नसीम खान ने कहा कि 2019 में शिवसेना द्वारा जीती गई 18 सीटें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन में थीं और यह MVA में सीट-बंटवारे का मानदंड नहीं था।