तीन साल के अंतराल के बाद, मुंबई के किंग एडवर्ड मेमोरियल (KEM) अस्पताल में लिवर प्रत्यारोपण इकाई एक पखवाड़े में फिर से खुलने वाली है। इससे ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रहे 20 से अधिक मरीजों को राहत मिलेगी।
कोविड-19 महामारी के चरम पर प्रत्यारोपण इकाई को अचानक परिचालन बंद करना पड़ा। अस्पताल को अपना लाइसेंस भी नवीनीकृत करना था, जो इस अवधि के दौरान समाप्त हो गया था।
करीब छह महिने पहले नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई थी। अब यह अस्पताल को जीवित और मृत दोनों दाताओं से प्रत्यारोपण फिर से शुरू करने की अनुमति देगा। केईएम अस्पताल बृहन्मुंबई नगर निगम (MCGM) द्वारा संचालित शहर का एकमात्र अस्पताल है जिसमें लिवर प्रत्यारोपण की सुविधा है। सभी आवश्यक तैयारियां चल रही हैं। इसमें दवाओं और उपकरणों की खरीद शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सुविधा 15 जनवरी तक चालू होने की उम्मीद है।
ब्रेक के दौरान गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विभाग में भी महत्वपूर्ण नवीकरण किया गया। विभाग के पास अब आठ बिस्तरों वाली चिकित्सा गहन देखभाल इकाई है जो वेंटिलेटर और डायलिसिस मशीनों जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। डॉ. आकाश शुक्ला विभागाध्यक्ष हैं। लीवर प्रत्यारोपण सुविधा अन्य सर्जिकल विभागों के साथ मिलकर काम करेगी।
एक प्रत्यारोपण के लिए सात से आठ सर्जनों की एक टीम की आवश्यकता होती है। एचएन रिलायंस हॉस्पिटल ने अपना समर्थन देने का वादा किया है और निःशुल्क सहायता प्रदान करेगा।