मुंबई पुलिस ने बच्चों को बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने एक डॉक्टर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार लोगों में में महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार गिरोह अब तक 14 बच्चों का अपहरण कर उन्हें बेच चुका है। इन बच्चों को उन्होंने कहां से किडनैप किया और आगे किन लोगों की मदद से बेचा, इन सभी बातों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस मामला दर्ज कर आगे की जांच कर रही है।
पुलिस ने बच्चों को बेचने वाली महिला दलाल समेत कुल 7 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इसके अलावा इस मामले में तीन अन्य लोगों को फिलहाल हिरासत में रखा गया है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार लोगों की पहचान वंदना अमित पवार, शीतल गणेश वारे, स्नेहा सूर्यवंशी, नसीमा खान, लता सुरवाडे, शरद देवार और डॉ संजय सोपानराव खंडारे के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार अभी तक की जांच में पता चला है कि बच्चों की डिमांड तेलंगाना और हैदराबाद से आई थी। जिसके बाद गिरोह के सदस्यों ने बच्चों को मुंबई से किडनैप कर वहां पहुंचाया है। मुंबई पुलिस के अनुसार फर्टिलिटी सेंटरों में काम करने वाली महिलाओं की मदद से यह रैकेट चलाया जा रहा था। वह बच्चों को आगे गिरोह के हवाले करती थीं।
पुलिस के अनुसार अभी तक बेचे गए बच्चों में 11 लड़के और 3 लड़कियां शामिल हैं। बेचे गए बच्चों में 5 दिन के बच्चे से लेकर 9 साल तक के बच्चे थे। इस पूरे मामले में पुलिस उपायुक्त रागसुधा ने कहा कि ये गिरोह फर्टिलिटी सेंटरों में काम करने वाली महिलाओं की मदद से चलाया जा रहा था। पुलिस 2 बच्चों को सुरक्षित बचाने में सफल रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।