नशाखोरी महामारी, इससे मिलकर लड़ने की जरूरत: डॉ वीरेन्द्र कुमार
नयी दिल्ली: केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डाॅ वीरेन्द्र कुमार(Dr Virendra Kumar) ने बुधवार को कहा कि नशे की समस्या आज महामारी का रूप लेती जा रही है, और इससे सभी के सहयोग से ही निपटा जा सकता है।
डॉ कुमार ने यहां अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस(International Drug Abuse Day) पर यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा कि कुछ देश नशीले पदार्थों की तस्करी को भारत के खिलाफ छद्म युद्ध का हथियार बनाये हुये हैं, ऐसे हालात में प्रत्येक नागरिक को नशे के विरुद्ध केन्द्र सरकार के चलाये जा रहे अभियान का सहयोग करना चाहिये ताकि इस संकट से निपटा जा सके।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अगस्त 2020 को लाल किले की प्राचीर से
देशवासियों का नशा मुक्त अभियान का आह्वान किया था। डॉ कुमार ने कहा कि उस आह्वान को आगे बढ़ाते हुये सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय इस देशव्यापी अभियान को पूरे जोरशोर से क्रियान्वित कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक करोड़ लोगों को जोड़कर नशा मुक्ति का जागरुकता अभियान का चलाया जा रहा है।
उन्होंने इस अभियान में सांस्कृतिक एवं धार्मिक संगठनों की भूमिका को रेखांकित करते हुये कहा कि इसमें धर्मगुरुओं के प्रयास बहुत सफल हो सकते हैं। उनके आह्वान करोड़ों लोगों तक पहुंचते हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने ब्रह्मकुमारी, गायत्री परिवार और इस्कान का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ब्रह्म कुमारी के कार्यक्रमों में ध्यान, योग के बाद नशा मुक्ति के कार्यक्रम चलाये जाते हैं, जो इस बुराई को दूर करने में बहुत कारगर साबित हो रहे हैं।
इन संगठनों के प्रयास युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे नशा मुक्ति केन्द्र स्थापित करके नशा मुक्ति काे अपना मिशन बनायें, सरकार उनकी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि नशे से युवा पीढ़ी दिग्भ्रमित होती है, तो देश की रचनात्मकता प्रभावित होती है। हम सभी नशे रूपी इस सामाजिक बुराई के विरुद्ध यदि खड़े न हुये तो यह हमारे घर में भी आ सकती है।
उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि नशा मुक्ति कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की जरूरत है। नशा मुक्ति अभियान की सफलता 2047 में भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मददगार साबित हो सकता है। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले(Ramdas Athawale) ने इस मौके पर कहा कि देश के सभी जिलों में नशा मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस सफल बनाने में सभी के सहयोग की जरूरत है। सभी लोगों को नशा मुक्ति अभियान को बहुत बड़ा बनाना है। उन्होंने शायराना अंदाज में कहा, “ नशा करने वालों को मनाना है...
नशा मुक्त भारत बनाना है। ”
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बी एल वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि भारत को 2047 तक नशे से मुक्त करने के प्रयास तेज किये जाने चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि सभी प्रयास करें तो नशा मुक्ति के क्षेत्र में सफलता जरूर मिलेगी। सरकार का कहना है कि अभियान के तहत तस्करों की धरपकड़ बढ़ी है और पिछले 10 साल में 12 लाख किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ जब्त किये गये हैं।