रास्ते में रोककर करते थे छेड़खानी, पुलिस ने नहीं सुनी गुहार तो दसवीं की छात्रा ने दी जान
चित्रकूट में छेड़छाड़ से परेशान नाबालिग छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। उनका आरोप है कि थाने में कई बार शिकायत के बाद भी छेड़खानी करने वाले युवकों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
इससे छात्रा काफी आहत थी। छात्रा की मौत के बाद फास्ट हुई पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोनों की तलाश की जा रही है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक भी छात्रा के घर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की बात कही है।
मऊ थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी प्रयागराज के शंकरगढ़ में हाईस्कूल की छात्रा थी। रविवार शाम छह बजे जब माता-पिता खेत पर गए हुए थे तभी वह घर पर फंदा बनाकर झूल गई। परिजन वापस आए तो नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। घटना के वक्त छात्रा की बड़ी बहन भी थी पर उसे भनक तक नहीं लगी।
छात्रा के पिता ने बताया कि स्कूल जाने के दौरान बेटी के साथ दो सगे भाई रंगीलाल व मुन्नीलाल छेड़खानी करते थे। फरवरी में जक इन्होंने अभ्रदता की थी तो बेटी ने पुलिस से शिकायत की पर कुछ भी नहीं किया गया। शनिवार शाम बिटिया खेत से घर लौट रही थी तभी रास्ते में दोनों ने रोककर उसके साथ छेड़छाड़ की, इससे आहत होकर पुत्री ने खुदकुशी कर ली।
परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने सोमवार को शव का पोस्टमार्टम कराया। सीओ राजापुर के मुताबिक पिता की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस के हाथ फिलहाल कोई आरोपी नहीं चढ़ा है। उधर, सदर विधायक अनिल प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री से जांच कराकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।