मुंबई- संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान ने जानवरो को गोद लेने की योजना शुरू की
बोरीवली स्थित संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में अब पशु प्रेमी भी ऐसे पशु गोद ले सकेंगे, जिसके लिए बाघ और शेर की एक साल की देखभाल के लिए करीब तीन लाख रुपये और तेंदुए की देखभाल के लिए डेढ़ लाख रुपये देने होंगे।
उद्यान की ओर से वन्य जीव गोद लेने की योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत 3 लाख 10 हजार रुपये में बाघ, 3 लाख रुपये में शेर, 1 लाख 20 हजार रुपये में तेंदुआ, 50 हजार रुपये में वाघाटी, 30 हजार रुपये में नीलगाय और 20 हजार रुपये में हिरण को एक साल के लिए गोद लिया जा सकता है।
कई अभिनेताओ ने भी जानवरो को लिया गोद
इससे पहले मंत्री रामदास अठावले ने संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में एक तेंदुए को गोद लिया था। साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता साधना वाझे कई सालों से तेंदुओं को गोद ले रही हैं। इसके साथ ही प्रताप सरनाईक, अभिनेता सुमित राघवन ने भी जानवरों को गोद लिया है। साथ ही 2021 में निर्देशक श्याम बेनेगल भी गोद लेने की योजना में शामिल हुए थे।
वन्यजीव गोद लेने की योजना
बोरीवली के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीव गोद लेने की योजना शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य शहरवासियों को जंगली जानवरों से नजदीकी बढ़ाना है, जो जंगली जानवरों के भोजन और उपचार की लागत को पूरा करने के लिए मानव श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वन्यजीव गोद लेने की योजना के तहत संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से वन्यजीव प्रजातियों को एक साल के अनुबंध पर गोद लिया जा सकता है। जो व्यक्ति गोद लेना चाहता है, उसे पूरे साल जानवर के भोजन और उपचार का खर्च उठाना होगा।
यह योजना केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं है। इसका उद्देश्य आम लोगों को वन्यजीवों के प्रति प्यार और स्नेह महसूस कराना है। साथ ही, यदि कोई जंगली जानवर गोद लिया जाता है, तो संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान उस व्यक्ति को उसके संरक्षकता की स्वीकृति का प्रमाण पत्र देता है। जानवर के पिंजरे के पास गोद लेने वाले के नाम की पट्टिका लगाई जाती है। इस योजना के तहत शेर, बाघ, तेंदुआ, नीलगाय, भेड़, सांभर और चीतल जैसे वन्यजीव शामिल हैं।
कितने जानवरों को गोद लिया गया
• शेर-2
• बाघ- 6
• तेंदुआ- 19
• बाघ- 2
• चीतल- 36
• नीलगाय- 1