100 की स्पीड में दौड़ रही थी ट्रेन, अचानक बंद हो गया सिग्नल, रेल रुकते ही अगले 5 मिनट जो हुआ, GRP भी शॉक्ड
मुंबई: हम और आप अक्सर ट्रेन में तो सफर करते ही हैं. मिडिल-क्लास के लिए लंबी दूरी तक एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने के लिए रेलवे नेटवर्क किसी लाइफलाइन से कम नहीं है. तब क्या हो जब इसी रेलवे नेटवर्क की कुछ कमियों का फादया उठाकर कुछ लोग आपको वारदात का शिकार बना दें.
जी हां, महाराष्ट्र के शिरडी क्षेत्र में इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है. रेल यात्री केवल इस भरोस हैं कि जीआरपी कुछ एक्शन लेगी और उन्हें इन वारदात के बवंडर से बचाएगी. दरअसल, हाईटेक लुटेरों का इस गैंग ने रेलवे की एक छोटी सी कमजोरी को अच्छे से पकड़ लिया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पिछले 20 दिन में में तीन ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें रेलवे सिग्नल को ब्रेक कर लुटेरे सुनसान रास्तों पर पहले ट्रेन को रुकवा देते हैं. जिसके बाद अंदर मौजूद पैसेंजर्स से हथियार की नोक पर वारदात को अंजाम देते हैं. आखिरी वारदात 20 अक्टूबर की रात को महाराष्ट्र के परभणी जिले से गुज़र रही काकीनाडा-शिरडी एक्सप्रेस में हुई. शिरडी क्षेत्र में इन लुटेरों ने एक महिला से उनकी सोने की चेन लूट ली. वडगांव नीला गांव और पोखरनी के बीच सेक्शन पर ट्रेन को रोकने के लिए सिग्नलिंग सिस्टम के तारों से छेड़छाड़ की गई. सबसे पहले इसी तर्ज पर दो अक्टूबर को नागपुर-कोल्हापुर एक्सप्रेस ट्रेन में एक यात्री से 24 ग्राम सोने की चेन लूट ली गई.
20 दिन में तीसरी वारदात
फिर 5 अक्टूबर को नागपुर-कोल्हापुर और सिकंदराबाद-शिरडी एक्सप्रेस ट्रेनों में एक महिला यात्री से 30 ग्राम सोने की चेन लूट ली गई. अब 20 अक्टूबर की रात को लुटेरों ने आंध्र प्रदेश की एक महिला यात्री की 30 ग्राम की सोने की चेन लूट ली. रेलवे पुलिस के परली सेक्शन के सहायक निरीक्षक सोमनाथ वाघमोड़े ने कहा कि गिरोह ने किसी तरह से ट्रेनों को रोक दिया और आरपीएफ कर्मियों की मौजूदगी के बावजूद यात्रियों को लूटना शुरू कर दिया. बताया गया कि जांच के दौरान पता चला है कि चार लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है.
5 मिनट में ही कर दिया कांड
महज पांच मिनट से भी कम समय में वो वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन से उतर कर भाग निकले. रेलवे पुलिस अधीक्षक स्वाति भोर ने टीओआई से कहा कि वे घटनाओं पर कार्रवाई कर रहे हैं. "हमने संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है. ट्रेनों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निश्चित सिक्योरिटी प्वाइंट बनाए गए हैं. साथ ही लुटेरों को पकड़ने के लिए भी तेजी से काम हो रहा है.