उल्हासनगर को कुष्ठ रोग के उपचार के लिए पहली समर्पित स्वास्थ्य सुविधा मिली
उल्हासनगर ने कुष्ठ रोगियों के इलाज के लिए समर्पित अपना पहला क्लिनिक खोला है। यह नई सुविधा श्रीराम मंदिर कॉलोनी, कैंप नंबर 4 में स्थित है। उल्हासनगर नगर निगम ने इस परियोजना के लिए 15 लाख रुपये आवंटित किए हैं।
कैंप नंबर 4 में उल्हासनगर का एकमात्र कुष्ठ समुदाय रहता है। इसका लक्ष्य रोगियों के रहने के स्थान के नज़दीक बुनियादी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना है। इस सुविधा में कुष्ठ रोगियों को प्रतिदिन मुफ़्त ड्रेसिंग और दवाइयाँ दी जाएँगी। (Ulhasnagar Gets First-Ever Dedicated Clinic for Leprosy Treatment)
शहर के लोक निर्माण विभाग ने चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहिनी धर्मा और सिटी इंजीनियर तरुण शेवकानी की देखरेख में निर्माण पूरा किया। अतिरिक्त आयुक्त किशोर गवास और नगर आयुक्त विकास ढाकने ने भी सहायता प्रदान की। क्लिनिक खुलने से पहले, रोगियों को अलग-अलग अस्पतालों में जाना पड़ता था, जिससे उन्हें नियमित उपचार मिलना मुश्किल हो जाता था। मुंबई में एकवर्थ कुष्ठ अस्पताल कुष्ठ रोगियों के लिए उपलब्ध एकमात्र विशेष सुविधा थी। यह 134 से अधिक वर्षों से देखभाल प्रदान कर रहा है।
उल्हासनगर में कुष्ठ रोगियों के लिए सुलभ चिकित्सा देखभाल की माँग की जा रही थी। नेताजी सुभाष कुष्ठ रोग स्वावलंबन संघ की मदद से इस क्लिनिक की स्थापना की गई। इसके अध्यक्ष कलप्पा हडपड ने सबसे पहले एक समर्पित क्लिनिक बनाने का विचार रखा। क्लिनिक का आधिकारिक उद्घाटन डॉ. वसंतराव नाइक, सिटी इंजीनियर तरुण शेवकानी और सलाहकार प्रदीप गायकवाड़ ने किया। समुदाय ने क्लिनिक के उद्घाटन का स्वागत किया है।