देवेंद्र फडणवीस का महाराष्ट्र चुनाव के लिए इरादा साफ, वोट जिहाद होगा तो छिड़ेगा धर्मयुद्ध
पुणे: जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, महाराष्ट्र में राजनीतिक प्रचार जोर पकड़ रहा है। वैसे-वैसे राजनेताओं के आरोप - प्रत्यारोप से सियासी माहौल गरमा रहा है। इस बीच देवेंद्र फडणवीस ने धर्मयुद्ध की बात छेड़ दी है, जिसे लेकर तनातनी बढ़ गई है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को विपक्ष पर “वोट जिहाद” करने का आरोप लगाया और मतदाताओं से वोट के “धर्मयुद्ध” से इसका मुकाबला करने का आग्रह किया।
राज्य में चल रहा वोट जिहाद
उन्होंने कहा, “राज्य में वोट जिहाद चल रहा है। सज्जाद नोमानी कहते हैं… वोट जिहाद का नारा दिया गया है और आपने वीडियो में सुना कि इस वोट जिहाद का नेता कौन है। मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि अगर वे वोट जिहाद करते हैं, तो हमें वोट का ‘धर्मयुद्ध’ करना होगा। एक हैं तो सुरक्षित हैं।”
उन्होंने कुछ विपक्षी दलों पर वोट हासिल करने के लिए चुनावों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हम किसी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। हमने अपनी योजना सभी को दी है। लेकिन कुछ दल वोट के लिए चुनावों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) से मिलकर बना विपक्षी एमवीए गठबंधन, महायुति गठबंधन को चुनौती देते हुए राज्य में सत्ता हासिल करना चाहता है, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल है।
इन चुनावों में सबसे प्रतीक्षित लड़ाइयों में से एक बारामती में होगी, जहां अजीत पवार अपने भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। युगेंद्र अजीत पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं। आपको बच बारामती ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भी ध्यान आकर्षित किया था, जब सुनेत्रा पवार ने सुप्रिया सुले को चुनौती दी थी, जिन्होंने अंततः 1.5 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पूरे राज्य में एक चरण में पूरी होगी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, तो वहीं वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।