कहीं वर्चस्व की जंग तो कहीं नक्सलियों ने मुखिया को निशाना बनाया है। वर्ष 2003 में खैरा प्रखंड के रोपाबेल पंचायत के मुखिया रहे गोपाल साव उनके भाई शम्भू साव समेत तीन लोगों को नक्सलियों ने गला रेत कर हत्या कर दी थी। उसी जमाने में गोपालपुर पंचायत से मुखिया रहें आनंदी तांती को दिनदहाड़े अपराधियों ने बम से उड़ा दिया था। 2003 में प्रखंड के पैरामटिहाना पंचायत के मुखिया शत्रुघन सिंह की हत्या नक्सलियों द्वारा गला रेत कर कर दी गई। उनके घर को भी नक्सलियों ने डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया था। वर्ष 2004 में मिर्जागंज पँचायत के तत्कालीन मुखिया बैरागी महतो की हत्या गोली मारकर अपराधियों ने कर दी थी।
उसी वर्ष जमुई के दौलतपुर पंचायत से पंचायत समिति सदस्य रहे बद्री मंडल की भी अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मुखिया जगदीश महतो की हत्या 10 अप्रैल 2006 को जमुई से सिकंदरा लौटने के क्रम में अपराधियों ने बम मारकर किया था। सोनो के बाबूडीह पंचायत के मुखिया अशोक दास की भी हत्या नक्सलियों द्वारा 2007 में की गई थी। 3 मार्च 2016 में चकाई प्रखंड कार्यालय में जब पूर्व मुखिया व पैक्स अध्यक्ष अर्जुन यादव अपनी पत्नी कौशल्या देवी को नामांकन करने पहुंचे थे उस समय अपराधियों ने अर्जुन यादव को बम से उड़ा दिया था। 20 जून 2019 बरहट प्रखंड के बरियारपुर पंचायत के मुखिया मकेश्वर यादव की हत्या अपराधियों ने उनके गांव में ही गोली मारकर कर दी थी।
30 जून 2020 को कोदवरिया पंचायत के मुखिया पारो देवी के पति राजेश कुमार उर्फ गुजर यादव की हत्या अपराधियों ने उनके घर पर ही बामोर गोली मारकर कर दी थी। 29 दिसम्बर 2020 को कोल्हाना पंचायत के पूर्व मुखिया निरंजन सिंह की हत्या गांव में ही अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी। इस पर अपराधियों ने दरखा पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया प्रकाश महतो की हत्या गोली मारकर की है। मृतक मुखिया ने अभी शपथ ग्रहण भी नहीं किया था।
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