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Cyber ​​Frauds: वर्क फ्रॉम होम के नाम पर हो रही ठगी से सावधान, मुंबई पुलिस को मिली कई शिकायतें

 मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल की DCP डॉक्टर रश्मि करंडिकर के मुताबिक़, ठग पहले तो आपको मैसेज और व्हाट्सएप के माध्यम से एक लिंक भेजते हैं, जिस पर "वर्क फ़्रॉम होम" लिखा होता है.


कोविड काल में कई दफ्तरों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा था जिस कॉसेप्ट को वर्क फ़्रॉम होम नाम दिया गया था. इसी कॉसेप्ट में आज भी कई जगह काम हो रहा है. साइबर अपराधी अब इस कॉसेप्ट को आधार बनाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं. मुंबई क्राइम ब्रांच की साइबर सेल की DCP डॉक्टर रश्मि करंडिकर ने ABP न्यूज़ को बताया कि कैसे ये पूरा सरग़ना काम करता है.


वर्क फ़्रॉम होम के नाम पर ठगी

मुंबई क्राइम ब्रांच की सायबर सेल की DCP डॉक्टर रश्मि करंडिकर के मुताबिक़, ठग पहले तो आपको मैसेज और व्हाट्सएप के माध्यम से एक लिंक भेजते हैं, जिसपर लिखा होता है कि "वर्क फ़्रॉम होम" (घर से काम) और मैसेज में आगे लिखा होता है कि एक दिन में महज़ 30 मिनट काम करके आप 9 हज़ार से 10 हज़ार रुपये तक कमा सकते हैं.


व्हाट्सएप मैसेज से सावधान

व्हाट्सएप के जरिए मिले लिंक पर जैसे ही आप क्लिक कर आगे बढ़ते हैं आपको व्हाट्सएप चैट पर कोई मिल जाता है और वो आपसे व्हाट्सएप पर चैटिंग के जरिए बात करने लगता है और बात करते करते वो आपको एक लिंक भेजता है जिसपर क्लिक करते ही आप एक दूसरी वेबसाइट पर चले जाते हैं जिसपर आपको रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा जाता है और रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको QR कोड के माध्यम से पैसे भरने को कहा जाता है.


इसके बाद ठग टेलीग्राम की एक लिंक भेजता है जिसपर आपको (विक्टिम को ) Amazon/ebay flagship store/Paytm mall/Zomato/br जैसे कम्पनियों को प्रोडक्ट दिखाई देते हैं जिसमें ज्वेलरी, मास्क, शर्ट और बैग दिखाई देते हैं इसके बाद फ्रोड (ठग) आपसे कहता है कि आपको इन प्रोडक्ट पर पैसे निवेश करने होंगे और निवेश किए गए रक़म से 15 से 50 प्रतिशत अतिरिक्त रक़म आपको इस्तेमाल करने के लिए मिलेगी.


सुनने में ये डील लोगों को बहुत पसंद आती है और जो टारगेट (विक्टिम) होता है वो एक बार निवेश करना शुरू कर देता है तो उसे उस ठग की वेबसाइट पर बने अकाउंट में (बैंक अकाउंट में नहीं) पैसे आते दिखाई देते हैं ये पैसे सिर्फ़ वर्चुअल होते हैं आपको सिर्फ़ नम्बर दिखाई देते हैं. करंडिकर ने आगे बताया कि जैसे ही पीड़ित उन पैसों को अपने इस्तेमाल के लिए निकालने की बात करता है वैसे ही ठग नए नए बहाने बनाकर उसे पैसे निकालने नहीं देते और पैसे निकालने के लिए भी कुछ पैसे निवेश करने की बात करने लगते हैं और एक समय बाद आपको समझ आने लगता है कि ये आपके निवेश किए गए पैसे कभी नहीं लौटाएंगे .


ऐसे ठगों से कैसे बचें ?

मुंबई क्राइम ब्रांच सायबर सेल की DCP रश्मि करंडिकर ने बताया कि आपको अगर किसी अज्ञात नंबर से कोई भी लिंक आती है तो उस पर क्लिक कभी ना करें. नौकरी पाने के लिए किसी भी लिंक पर क्लिक कर फ़ॉर्म भरने से सावधान रहें व्हाट्सएप पर अज्ञात शख़्स से इस संदर्भ में बातचीत करने से बचें. किसी अज्ञात ने अगर आपको किसी व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड किया है और आप उसे ग्रुप में किसी को भी नहीं जानते तो उस ग्रुप को तुरंत छोड़ दें और उसकी रिपोर्ट करें. अज्ञात नंबर से आए किसी भी बारकोड को स्कैन ना करें.

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