Header Google Ads

उर्दू स्कूलों में कक्षाओं की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव पेश करने का निर्देश

अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों के स्कूल छोड़ने की संभावना अधिक होती है। परिणामस्वरूप अल्पसंख्यक विकास समिति के कुछ सदस्यों के सुझाव के अनुसार स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़( Varsha gaikwad ) ने जिन संस्थानों में 7वीं तक के स्कूल हैं, वहां स्कूलों की संख्या बढ़ाने के लिए अध्ययन कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन स्कूलों में तत्काल स्वीकृति संभव होगी, वहां कक्षाओं में वृद्धि को मंजूरी देने का निर्णय लिया जाएगा।


अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को शिक्षा के माध्यम से मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में अल्पसंख्यक समुदाय के संबंध में शिक्षा नीति तय करने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री प्रो वर्षा गायकवाड़ की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस मौके पर गायकवाड़ ने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस संबंध में जनप्रतिनिधियों, शिक्षा के क्षेत्र के विशेषज्ञों व अन्य से चर्चा कर विस्तृत प्रस्ताव पेश करें।


बैठक में स्कूल शिक्षा आयुक्त विशाल सोलंकी, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक देवेंद्र सिंह, उप सचिव समीर सावंत, शिक्षा निदेशक महेश पालकर, बालभारती के निदेशक केबी पाटिल और विवेक गोसावी उपस्थित थे। मराठी की तरह, अगले शैक्षणिक वर्ष से उर्दू भाषा के स्कूलों में द्विभाषी पुस्तकों को लागू करने का सुझाव दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यक संस्थानों में शिक्षकों की भर्ती और मान्यता प्राप्त रिक्त पदों पर शिक्षकों के समायोजन के संबंध में विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत करें।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.