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Jodhpur Rape Case: बेटी से मिलने की तड़प में बालिका सुधार गृह से भागी, चार घंटे में हुई दो बार रेप का शिकार

Rape Case: जोधपुर में मदद का झांसा देकर दो दरिंदों ने दुष्कर्म जैसी हैवानियत को अंजाम दिया है. पीड़िता की शादी 14 साल की छोटी उम्र में हो गई थी और ढाई साल की एक बच्ची है.

जोधपुर में मदद का झांसा देकर दो दरिंदों ने दुष्कर्म जैसी हैवानियत को अंजाम दिया है. घटना की सूचना से सनसनी फैल गई. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ लिया. पीड़िता की शादी 14 साल की छोटी उम्र में हो गई थी और ढाई साल की एक बच्ची है. साल भर पहले पारिवारिक कलह में पीड़िता ने ननद की हत्या कर दी थी. वारदात के समय नाबालिग होने की वजह से बालिका सुधार गृह में रखा गया.


ढाई साल की बेटी से मिलने की तड़प में सुधार गृह से भागी

ढाई साल की बेटी से मिलने की तड़प में खुद को रोक नहीं पाई तो बालिका सुधार गृह से आधी रात में भाग निकली. लेकिन चार घंटे में दो बार दुष्कर्म का शिकार बनी. दरिंदों ने डरा धमकाकर हवस का शिकार बनाया. पहला आरोपी 23 वर्षीय कुलदीप विश्नोई निवासी सोनलपुरा राणेरी बाप मंडोर है. एएसआई का रिश्तेदार होने की वजह से विश्नोई थाने के पीछे खाली क्वार्टर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. पीड़िता को रात 1:30 बजे बाद सड़क पर अकेली पाकर मदद का झांसा दिया.


दो दरिदों ने मदद का झांसा देकर बनाया हवस का शिकार

प्रतापनगर बस स्टैंड छोड़ने का कहकर विश्नोई पीड़िता को क्वार्टर पर ले गया और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. बाद में मंडोर रेलवे स्टेशन के पास ले छोड़कर भाग निकला. पीड़िता के साथ दूसरी बार 22 वर्षीय बाबूराम जाट निवासी गोदेलाई देचू ने दुष्कर्म किया. बाबूराम जाट सवारी छोड़कर कार टैक्सी से जोधपुर आ रहा था. उसने सुबह 4:30 बजे पीड़िता को पुलिया के पास सड़क पर अकेली बैठी देखकर छोड़ने का भरोसा दिलाया और कायलाना में निर्जन जगह धमकाकर दुष्कर्म किया. सुबह 5:30 बजे प्रतापनगर बस स्टैंड छोड़कर फरार हो गया. बाद में पीड़िता अपने गांव पहुंची. मंडोर एसीपी राजेंद्र दिवाकर और पुलिस थाना अधिकारी मनीष देव ने पीड़िता के साथ दो अलग अलग जगह पर दरिंदगी की पुष्टि की है.

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