68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का आयोजन दिल्ली में हुआ। कोरोना की वजह से पिछले दो साल से सेरेमनी का आयोजन नहीं हो पाया था हालांकि पुरस्कारों की घोषणा की गई थी। 400 से अधिक फिल्मों का आवेदन मिला।
68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का आयोजन दिल्ली में हुआ। कोरोना की वजह से पिछले दो साल से सेरेमनी का आयोजन नहीं हो पाया था। हालांकि पुरस्कारों की घोषणा की गई थी। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए 10 सदस्यीय जूरी का नेतृत्व फिल्ममेकर विपुल शाह ने किया। अन्य सदस्यों में सिनेमैटोग्राफर धरम गुलाटी, जीएस भास्कर, श्रीलेखा मुखर्जी, ए कार्तिकराजा, वीएन आदित्य, संजीव रतन, विजी तंपी, एस थंगदुरई और निशिगंधा शामिल हैं।मध्य प्रदेश मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए 400 फिल्मों का आवेदन मिला। इनमें 300 फीचर फिल्म और 150 नॉन फीचर फिल्म हैं। ये फिल्में 30 अलग-अलग भाषाओं में हैं। मध्य प्रदेश को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का अवॉर्ड मिला। जूरी ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का विशेष उल्लेख किया।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सूर्या की ‘सोराराई पोतरू’ (Soorarai Pottru) छाई रही। सूर्या को ‘सोराराई पोतरू’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। साथ ही ‘तानाजी: द अनसंग वॉरियर’ के लिए अजय देवगन सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए चुने गए।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेता:
बेस्ट हिंदी फिल्म- तुलसीदास जूनियर
स्पेशल मेंशन- बाल कलाकार वरुण बुद्धादेव (तुलसीदास जूनियर)
बेस्ट कॉस्ट्यूम डायरेक्टर- नचिकेच बार्वे, महेश शेरला (तानाजी: द अनसंग वारियर)
बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन- अनीस नादोदी (कप्पेला) (मलयालम)
बेस्ड एडिटिंग- श्रीकर प्रसाद, sivaranjiniyum innum sila pengalum (तमिल)