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Goa bar row: स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के इन नेताओं को भेजा लीगल नोटिस, बेटी पर आरोपों को लेकर माफी की मांग

बेटी पर बार चलाने के आरोपों को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है. ईरानी ने कांग्रेस नेताओं को लीगल नोटिस भेजा है.

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर विवाद बढ़ता जा रहा है. भाजपा मामले को लेकर कांग्रेस पर लगातार हमलावर है. अब स्मृति ईरानी ने अपनी 18 वर्षीय बेटी पर टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेताओं पवन खेड़ा, जयराम रमेश, नेता डिसूजा और कांग्रेस को कानूनी नोटिस भेजा है. स्मृति ईरानी ने उनसे बिना शर्त लिखित माफी मांगने और आरोपों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने के लिए कहा. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया था कि स्मृति की बेटी गोवा में अवैध रूप से बार चला रही हैं. यह आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने पीएम मोदी से अपील की थी कि स्मृति ईरानी को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए.


स्मृति ने नोटिस भेजने का किया था ऐलान

कांग्रेस के आरोपों पर स्मृति ईरानी ने कल शनिवार को ही कांग्रेस नेताओं को लीगल नोटिस भेजने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि उनकी 18 साल की बेटी ज़ोइश कॉलेज फर्स्ट ईयर की छात्रा है. वह बार नहीं चलाती. मेरी बेटी की गलती बस यह है कि उसकी मां ने सोनिया और राहुल गांधी द्वारा 5,000 करोड़ रुपये की लूट पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मैं कानून की अदालत, लोगों की अदालत में जवाब मांगूंगी. उन्होंने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा था कि विपक्षी दल ने उनकी बेटी का सार्वजनिक रूप से चरित्र हनन किया है.


ईरानी की बेटी पर गंभीर आरोप

ईरानी की बेटी के वकील कीरत नागरा ने कहा था कि उनकी मुवक्किल 'सिली सोल्स' नामक रेस्टोरेंट की न तो मालकिन हैं और न ही इसका संचालन करती हैं. उन्हें कोई ‘कारण बताओ नोटिस’ भी नहीं मिला है. नागरा ने कहा कि निहित स्वार्थ वाले कई लोगों द्वारा गलत, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट किये जा रहे हैं, जो उनकी मुवक्किल की मां, प्रतिष्ठित नेता स्मृति ईरानी के साथ राजनीतिक स्वार्थ साधने का प्रयास कर रहे हैं.


ईरानी की बेटी ने क्या कहा?

वकील ने आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे लोग सिर्फ इसलिए दुष्प्रचार कर रहे हैं ताकि तथ्यों की जांच-परख किये बिना मुद्दाविहीन बात को सनसनी बनाकर पेश किया जा सके और वे मेरी मुवक्किल को सिर्फ इसलिए बदनाम करने पर आमादा हैं कि वह एक नेता की पुत्री हैं.' कांग्रेस ने एक कागजात जारी करते हुए दावा किया कि आबकारी विभाग की ओर से स्मृति ईरानी की पुत्री को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया गया था और जिस अधिकारी ने नोटिस दिया था उसका कथित तौर पर तबादला किया जा रहा है.


कांग्रेस नेताओं का आरोप

कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, 'केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्टोरेंट पर शराब परोसने के लिए फ़र्ज़ी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है और यह कोई ‘सूत्रों के हवाले से’ अथवा एजेंसियों द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए लगाया गया आरोप नहीं है, बल्कि सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त जानकारी में खुलासा हुआ है.' उन्होंने दावा किया, 'केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ देकर 'बार लाइसेंस' जारी करवाए.' कांग्रेस नेता के अनुसार, '22 जून 2022 को लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस 'एंथनी डीगामा' के नाम से आवेदन किया गया, जबकि उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है. एंथनी के आधार कार्ड से पता चला है कि वे मुंबई के विले पार्ले के निवासी थे. आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण-पत्र भी मिला है.'

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