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Watch: जमशेदपुर में छठ को लेकर विवाद, पूर्व सीएम रघुबर दास और MLA सरयू राय के समर्थकों में मारपीट, फेंकीं कुर्सियां

झारखंड में छठ पूजा को लेकर तैयारियां जोरों पर है. इस दौरान जमशेदपुर जिले के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर पर छठ पूजा को लेकर होने वाली तैयारियां को लेकर शुरू हुआ विवाद दो गुटों के बीच मारपीट में बदल गया.

झारखंड (Jharkhand) के जमशेदपुर (Jamshedpur) में छठ पूजा (Chhath Puja) की तैयारी के दौरान मौजूदा विधायक सरयू राय और झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास (Raghubar Das) गुट के समर्थकों के बीच मारपीट हुई. ये विवाद दोनों गुटों के बीच में एक ही जगह पर छठ पूजा के आयोजन को लेकर हुआ माना जा रहा है.

जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में छठ पूजा के आयोजन की तैयारियां चल रही थी इस दौरान जगह को लेकर दोनो गुटों में शुरू हुआ विवाद जल्द ही मारपीट में बदल गया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये मारपीट पुलिस की मौजूदगी में हुई जहां दोनों गुटों ने एक दूसरे को दौड़ा दौड़ा कर पीटा. यहीं नहीं दोनों ही गुटों ने एक दूसरे पर लाठी, डंडे, कुर्सियों और टेंट की पाइप से वार करने में कोई संकोच नहीं किया. 

घटना के बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई. इसके बाद प्रशासन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर में ताला लगा दिया और कार्यक्रम नहीं करने देने की घोषणा कर दी.

क्या है मारपीट की वजह?

घटना के बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई. इसके बाद प्रशासन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर में ताला लगा दिया और कार्यक्रम नहीं कराने की घोषणा कर दी. सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर परिसर में 2002 से ही रघुवर दास और उनके समर्थकों का वर्चस्व रहा है. जमशेदपुर पूर्वी से सरयू राय के विधायक बनने के बाद सूर्य मंदिर कमेटी दो पक्षों में बंट गई और आज की मारपीट इसी बंटवारे का नतीजा मानी जा रही है. 

हालांकि इस मारपीट के बावजूद शनिवार को रघुबर दास मंदिर पहुंचे और वहां पर छठ व्रतियों के बीच फल, पूजन सामग्री का वितरण किया. उन्होंने खुद इसकी ट्वीट करके जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जमशेदपुर में सूर्य मंदिर समिति द्वारा छठ व्रतियों के बीच फल, पूजन सामग्री का निशुल्क वितरण किया गया. इस दौरान तप और समर्पण का संकल्प लेकर व्रत करने वाली माता-बहनों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। लोगों का स्नेह और आशीर्वाद ही जीवन की असली पूंजी है 

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