पान्या के हाथों मारे गए 22 मासूम बच्चों की उम्र महज दो से पांच वर्ष थी. यह थाईलैंड का अब तक का सबसे जघन्य और बड़ा हत्याकांड माना जा रहा है.
थाईलैंड में एक सप्ताह पहले 22 मासूम बच्चों समेत 36 लोगों की हत्या करने वाले के बारे में पता चला है कि गर्लफ्रेंड से झगड़े के तुरंत बाद उसने निर्मम हत्याओं को अंजाम दिया. हालांकि, यह पक्का नहीं है कि उसने हत्या सिर्फ गर्लफ्रेंड से झगड़े की वजह से परेशान होकर की. पुलिस और हत्यारों को जानने वालों का कहना है कि हत्याओं के अगले दिन ही ड्रग्स के केस में हत्यारे पर फैसला आने वाला था. इसी कारण उसकी गर्लफ्रेंड उसे छोड़ने की बात कर रही थी. इसके साथ ही हत्यारे को ड्रग्स लेने के आरोप में पुलिस की नौकरी से भी जनवरी में निकाल दिया था. इससे उसे धन की तंगी भी थी.
पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को तीन घंटे में 36 लोगों की हत्या करने वाले पन्या के बारे में रायटर ने जांच की तो पता चला कि उसे जनवरी में ड्रग्स रखने के आरोप में थाईलैंड पुलिस से निकाल दिया गया था. इसी मामले में कोर्ट में केस चल रहा था. वारदात के एक दिन बाद कोर्ट का फैसला आने वाला था लेकिन उसकी गर्लफ्रेंड उसकी हरकतों से नाराज होकर उसे छोड़कर जाना चाहती थी. इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा भी हुआ. थाईलैंड के पुलिस उप प्रमुख जनरल सुरचाते ने भी माना है कि पान्या के 36 हत्याओं के पीछे नौकरी से निकाला जाना, पैसे की कमी और कोर्ट केस के साथ पारिवारिक परेशानियां हो सकती हैं. उस दिन उसकी हरकतें अजीब थीं. इस कारण साफ तौर पर किसी एक को कारण नहीं कहा जा सकता. अभी मामले की जांच चल रही है.
वहीं घटना के कई प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिस उस दिन काफी सुस्त थी. अगर वह मुस्तैद होती तो इतनी हत्याएं नहीं होतीं. पन्या के हाथों मारे गए 22 मासूम बच्चों की उम्र महज दो से पांच वर्ष थी. यह थाईलैंड का अब तक का सबसे जघन्य और बड़ा हत्याकांड माना जा रहा है.