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Bollywood News: बुरे फंसे 'बाबू भैया': विवादित बयान दिया, माफी मांगी, अब पुलिस में दर्ज हुई शिकायत

गुजरात चुनाव में प्रचार के दौरान परेश रावल द्वारा दिया गया बयान खूब viral हो रहा है। हालांकि, वे इस पर माफी मांग चुके हैं। लेकिन विवाद ने ऐसा तूल पकड़ा है कि यह थमने का नाम नहीं ले रहा है।

एंटरटेनमेंट डेस्कफैन्स के बीच बाबू भैया (Babu Bhaiya) के नाम से पॉपुलर परेश रावल (Bollywood Actor Paresh Rawal) कानूनी मुसीबत में फंस गए हैं। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया (मार्क्सिस्ट) यानी CPI-M ने उनके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत उनके उस हालिया बयान के खिलाफ दर्ज कराई गई है, जिसमें वे बंगालियों को लेकर आपत्तिजनक  शब्दों का इस्तेमाल कर गए थे। CPI-M ने परेश रावल के इस बयान को नफरत फैलाने और सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया है।

कहां दर्ज हुई शिकायत और क्या है आरोप?

CPI-M के नेता मोहम्मद सलीम ने परेश रावल के खिलाफ कोलकाता के तरोतला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद कहा कि उन्होंने कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अभिनेता का एक वीडियो देखा है, जिसमें वे नफरत फैलाने वाला भाषण दे रहे हैं। उनके मुताबिक़, परेश रावल के बयान का असर पश्चिम बंगाल के उन लोगों पर पड़ सकता है, जो देश के अलग-अलग हिस्से में रह रहे हैं। बकौल सलीम, "पब्लिक डोमेन में ऐसा भाषण दंगे भड़का सकता है और बंगाली समाज और अन्य समाज के बीच का सौहार्द बिगाड़ सकता है।"

क्या कहा था परेश रावल ने अपने बयान में?

अभिनेता और भाजपा नेता परेश रावल का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जो गुजरात के पहले चरण के चुनाव से पहले के एक प्रचार अभियान का हिस्सा है। 2014 में अहमदाबाद पूर्व से भाजपा सांसद (अब पूर्व) चुने गए परेश रावल ने इस दौरान लोगों की सुरक्षा का हवाला देकर भाजपा के लिए वोट मांगे थे। उन्होंने सुरक्षा के आगे देश के बाक़ी मुद्दों को मामूली बताया था। लेकिन वे रोहिंग्या और बांग्लादेश से आए घुसपैठियों पर बयान देते समय बंगाली समाज के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर गए।

परेश रावल ने अपने बयान में कहा था, "गैस सिलिंडर्स महंगे हैं, उनकी कीमतें नीचे आ जाएंगी। लोगों को रोजगार मिल जाएगा। लेकिन अगर रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिये दिल्ली की तरह आपके आसपास रहने लगेंगे तो क्या होगा? आप सिलिंडर्स का क्या करोगे? क्या बंगालियों के लिए मछली पकाओगे?"

विवाद बढ़ा तो रावल ने माफ़ी भी मांग ली 

हालांकि, जब विवाद बढ़ा तो परेश रावल ने अपने बयान पर माफ़ी मांग ली। उन्होंने कहा, "जाहिरतौर पर गुजरातियों के लिए मछली मुद्दा नहीं है। क्योंकि गुजराती मछली पकाते हैं और खाते हैं। लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बंगाली से मेरा मतलब बांग्लादेशी घुसपैठियों से था। फिर भी अगर मेरे बयान से आपकी भावनाओं को चोट पहुंची है तो मैं माफ़ी मांग लेता हूं।"

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