Wardha बैंक पर साइबर अटैक मामले का मुख्य सूत्रधार नायजेरियन आरोपी को अंतत: वर्धा पुलिस ने कब्जे में ले ही लिया. वर्धा पुलिस को आठ दिनों तक बेंगलुरु में सर्च आपरेशन चलाना पड़ा.
आरोपी बार-बार अपना location बदलता रहा. बड़ी चालाकी से पुलिस ने उसे धरबोचा़ रविवार को न्यायालय में पेश करने पर उसे 20 जून तक पुलिस कस्टडी सुनाई गई. अन्य चार आरोपियों को 17 तक पुलिस हिरासत मिली है़ पूछताछ में अन्य कुछ मुद्दे प्रकाश में आने की संभावना है.
ज्ञात हो कि वर्धा नागरी सहकारी बैंक से उड़ाई गई 1 करोड़ 21 लाख 16 हजार की राशि साइबर अपराधियों ने 24 विविध बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रान्सफर कर दी थी़ जांच में पुलिस ने तीन विशेष टीमों का गठन किया था़ पखवाड़े तक तकनीकी व अन्य पहलूओं पर चली जांच के बाद पुलिस को बड़ी उपलब्धि हाथ लगी.
वर्धा पुलिस की तीन टीमें तीन दिशा में रवाना हुई़ एक 7 जून को एक टीम ने मुंबई से दो लोगों को हिरासत में लिया़ इसमें आंधप्रदेश के हैदराबाद स्थित हाफीजपेठ निवासी शिवशंकर येन्डूकोन्डाल केसान व गुट्टूर के नरसिंगराव पेठ निवासी चंदू रामनय्या परचुरु का समावेश है़ दूसरी टीम ने दिल्ली से सतीशकुमार जयस्वाल व विनोदकुमार पासवान को कब्जे में लिया़ चारों को 17 जून तक पुलिस कस्टडी में रखा गया है़ एक टीम मुख्य सूत्रधार की तलाश में बेंगलुरु ठिया जमाये बैठी थी़ आरोपी विदेशी होने से उसे पकड़ने की चुनौती टीम के सामने थी.
एटीएम केंद्र के CCTV खंगाले
वर्धा शहर थाने के पीएसआय सलाम कुरेशी के नेतृत्व में पुलिसकर्मी दिनेश तुमाने, राहुल भोयर, साइबर सेल के अंकित जिभे, विशाल मडावी की टीम 1 जून को बेंगलुरु (कर्नाटक) के लिए रवाना हुई़ जहां टीम ने जिन बैंक खातो में राशी ट्रान्सर्फर की गई थी, उनकी जानकारी प्राप्त की़ पश्चात जिन एटीएम केंद्रों से राशि विड्रॉल की गई, उन सभी केंद्रो के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए़ इसमें नायजेरियन आरोपी की हरकते कैद होने के बाद उसकी खोज शुरू कर दी.
एसोसिएशन आफ नायजेरियन्स का सदस्य
8 दिनों तक चली सर्चिंग के बाद आरोपी रामामूर्तिनगर के एक फ्लैट में किराये से निवासित होने की बात स्पष्ट हुई़ पूछताछ के बाद बच्चों के जरिए आरोपी की पहचान पक्की की़ इसके बाद जाल बिछाकर उसे हिरासत में लिया. गिरफ्तार आरोपी चिबुईफ जोसेफ मुओदेबेलु बताया गया़ जो दक्षिण पूर्व के अनंब्रा राज्य का मूल निवासी है़ आरोपी एसोसिएशन आफ नायजेरियन्स व आल इंडिया नायजेरियन विद्यार्थी एवं कम्युनिटी एसो़ बेंगलुरु का सदस्य बताया गया़ प्रकरण में पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन, अपर पुलिस अधीक्षक डा़ सागर कवडे, डीवायएसपी खंडेराव, एलसीबी के पुलिस निरीक्षक संजय गायकवाड, थानेदार सत्यवीर बंडीवार के मार्गदर्शन में आगे की जांच शुरू है.