आख़िरकार 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए मलिक को मेडिकल आधार पर ज़मानत दे दी। मलिक ने फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया क्योंकि उनकी जमानत समाप्त होने वाली थी। उस मामले में आज सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक को राहत देते हुए उनकी जमानत बढ़ा दी।
क्या है मामला
हसीना पारकर, सलीम पटेल, 1993 मुंबई बम धमाकों के आरोपी सरदार खान और नवाब मलिक पर गोवावाला कंपाउंड में एक महिला मुनीरा प्लंबर की तीन एकड़ जमीन साजिश रचने और अवैध रूप से हड़पने का आरोप है।
महिला ने 1999 में सलीम पटेल के नाम पर पावर ऑफ अटॉर्नी जारी की थी। इससे सलीम पटेल को इस जमीन पर अवैध कब्जे को निपटाने की उम्मीद थी. हालांकि, आरोप है कि पटेल ने इसका दुरुपयोग किया और हसीना पारकर के निर्देश पर गोवावाला कंपाउंड की जमीन मलिक की सॉलिडस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को बेच दी
ईडी ने आरोप लगाया है कि मलिक ने गोवावाला परिसर में परिसर किराए पर दिया और आय से बांद्रा, कुर्ला में फ्लैट और उस्मानाबाद में कृषि भूमि खरीदी। तो वहीं नवाब मलिक ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।