Lok Sabha 2024: पहले चरण में कहां-कहां मतदान, आठ केंद्रीय मंत्रियों सहित कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) का आगाज शुक्रवार 19 अप्रैल से हो रहा है. पहले चरण के लिए विभिन्न राज्यों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा.
इस चरण में मतदाता चुनाव मैदान में उतरे 1625 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे.
पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश की दो सीट, असम की पांच , बिहार की चार , छत्तीसगढ़ की एक , मध्य प्रदेश की छह, महाराष्ट्र की पांच, मणिपुर की दो, मेघालय की दो , मिजोरम की एक , नागालैंड की एक , राजस्थान की 12, सिक्किम की एक, तमिलनाडु की 39, त्रिपुरा की एक, उत्तर प्रदेश की आठ, उत्तराखंड की सभी पांच, पश्चिम बंगाल की तीन, अंडमान और निकोबार की एकमात्र तथा जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप और पुडुचेरी की एक-एक सीट पर मतदान होगा.
आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री की किस्मत दांव पर
पहले चरण में आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
नितिन गडकरी- नागपुर
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नागपुर लोकसभा क्षेत्र से जीत की हैट्रिक लगाने की आस लगाये बैठे हैं. गडकरी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सात बार के सांसद विलास मुत्तेमवार को 2.84 लाख मतों से और 2019 के चुनावों में कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के वर्तमान प्रमुख नाना पटोले को 2.16 लाख मतों से हराकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दूसरी बार लगातार नागपुर सीट से विजयी बनाया था.
किरण रीजीजू- अरुणाचल पश्चिम
केंद्रीय मंत्री किरण रीजीजू अरुणाचल पश्चिम सीट से चुनाव मैदान में हैं. 52 वर्षीय बीजेपी नेता 2004 से तीन बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट पर रीजीजू का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की अरुणाचल प्रदेश इकाई के वर्तमान अध्यक्ष नबाम तुकी से है.
सर्बानंद सोनोवाल- असम डिब्रूगढ़
केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल असम के डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली का टिकट कटने के बाद राज्यसभा सदस्य सोनोवाल को डिब्रूगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा गया.
संजीव बलियान- मुजफ्फरनगर
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद है, जहां केंद्रीय मंत्री संजीव बलियान का मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के हरेंद्र मलिक और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार दारा सिंह प्रजापति से है.
जितेंद्र सिंह- उधमपुर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल और दो बार के सांसद जितेंद्र सिंह उधमपुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतने की उम्मीद लगाये हुए हैं.
भूपेंद्र यादव- अलवर
केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव को राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. यादव का मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा विधायक ललित यादव से है. अलवर सीट से मौजूदा सांसद बालक नाथ का टिकट कट गया है.
अर्जुन राम मेघवाल- बीकानेर
राजस्थान की बीकानेर संसदीय सीट पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल से है.
DMK सांसद ए राजा- नीलगिरी
तमिलनाडु की नीलगिरी लोकसभा सीट पर द्रमुक सांसद एवं पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा का मुकाबला भाजपा के एल मुरुगन से है जो केंद्रीय मत्स्य राज्य मंत्री हैं. मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए मुरुगन पहली बार नीलगिरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
कार्ति चिदंबरम- शिवगंगा
शिवगंगा लोकसभा सीट से सांसद कार्ति चिदंबरम कांग्रेस के टिकट पर पुन: मैदान में हैं और उनका मुकाबला भाजपा के टी देवनाथन यादव और अन्नाद्रमुक के जेवियर दास से है. कार्ति के पिता, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम शिवगंगा लोकसभा सीट से सात बार सांसद चुने गए थे.
अन्नामलाई- कोयंबटूर
भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई कोयंबटूर लोकसभा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जहां उनका मुकाबला द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता गणपति पी. राजकुमार और अखिल भारतीय द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के सिंगाई रामचंद्रन से है.
तमिलिसाई सौंदरराजन- चेन्नई दक्षिण
हाल ही में तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली तमिलिसाई सौंदरराजन सक्रिय राजनीति में वापसी करते हुए चेन्नई दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं.
तमिलिसाई सौंदरराजन- तूतुकोड़ी
कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी अनंत की बेटी तमिलिसाई सौंदरराजन ने तूतुकोड़ी लोकसभा सीट से द्रमुक नेता कनिमोई के खिलाफ 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं.
नकुल नाथ- छिंदवाड़ा
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को कमलनाथ का गढ़ माना जाता है, जिन्होंने 1980 के बाद से नौ बार इस सीट पर जीत हासिल की थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 29 में से 28 सीट जीती थीं लेकिन छिंदवाड़ा पर विजय प्राप्त करने से चूक गई थी. नकुल नाथ ने छिंदवाड़ा से भाजपा उम्मीदवार को 37,536 वोट से हराया था और राज्य में एकमात्र कांग्रेस सांसद के रूप में उभरे थे.
बिप्लब कुमार देब- पश्चिम त्रिपुरा
त्रिपुरा की दो लोकसभा सीट में से एक पश्चिम त्रिपुरा पर 19 अप्रैल को पहले चरण के अंतर्गत मतदान होना है. पश्चिम त्रिपुरा लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा के बीच मुकाबला है.
बसंत कुमार सिंह- इनर मणिपुर
मणिपुर के कानून एवं शिक्षा मंत्री और भाजपा के उम्मीदवार बसंत कुमार सिंह इनर मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं और उनका मुकाबला जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रोफेसर व कांग्रेस उम्मीदवार बिमल अकोइजाम से है.
देवेंद्र झाझरिया- चूरू
भाजपा का गढ़ मानी जानी वाली उत्तरी राजस्थान की चूरू लोकसभा सीट पर दो बार के पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी और भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र झाझरिया अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार राहुल कस्वां से है. कस्वां ने टिकट मिलने पर मार्च में भाजपा छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था.