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'लड़की मुझे दे दो वरना...' , दो बहनों के अपहरण और धर्मांतरण की कोशिश पर ऐक्‍शन जारी, 6 घर जमींदोज

'लड़की मुझे दे दो वरना...' , दो बहनों के अपहरण और धर्मांतरण की कोशिश पर ऐक्‍शन जारी, 6 घर जमींदोज


यूपी के मुरादाबाद में घर में घुसकर दो बहनों को अगवा करने की कोशिश और विरोध करने पर माता-पिता और भाई को गोली मारने के मामले में आरोपितों पर पुलिस का ऐक्शन लगातार जारी है। मूढ़ापांडे पुलिस ने रविवार को गोलीकांड की जांच के दौरान सामने आए तीन और आरोपियों के घर बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया।


इनमें से दो आरोपियों को रविवार सुबह ही मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। मुठभेड़ में एक आरोपी के पैर में गोली लगी है जबकि एक हेड कांस्टेबल भी कंधे पर गोली लगने के चलते जख्मी हो गया है। वारदात के मुख्य आरोपी समेत पांच फरार हैं। उनकी तलाश हो रही है। इस मामले में अब तक आरोपियों के छह घर जमींदोज किए गए जा चुके हैं। 


मूंढापांडेय के गांव शिवपुरी में बुधवार की देर रात करीब ढाई बजे घर में घुसकर फर्मकर्मी की दो बेटियों को अगवा करने की कोशिश की गई थी। परिवारवालों ने विरोध किया तो आरोपियों ने फर्मकर्मी, उसकी पत्नी और बेटे को गोली मारकर घायल कर दिया। सभी घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इस संबंध में पुलिस ने मुख्य आरोपी मुस्लिम, उसके पिता नन्हें, दो चाचा आले हसन और सुलेमान और दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज किया था। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपित मुस्लिम तीन दिन से परिवार को धमका रहा था। उसने युवती के पिता के मोबाइल पर ऑडियो मैसेज भेजकर धमकी दी थी कि लड़की दे दो वरना सबकी जान जाएगी। 


शादीशुदा युवती को अगवा कर कराना चाहता था धर्मांतरण


बुधवार रात फर्मकर्मी की जिन दो बेटियों को आरोपी अगवा करने आए थे उनमें बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। उसके एक मासूम बेटा भी है। गोलीबारी में उसके भी हाथ में छर्रे लगे हैं। युवती ने बताया कि आरोपी मुस्लिम काफी समय से उसके संपर्क में था। शादी होने के बाद उसने आरोपी से दूरी बना ली थी। लेकिन फिर भी 7 मार्च को आरोपी उसे ससुराल से ही भगा कर अपने साथ राजस्थान के जयपुर में ले गया था। पीड़िता के अनुसार वहां आरोपी की मां भी उसके साथ थी। अगवा करने के बाद आरोपी कहता था कि वह निकाह करेगा, लेकिन नहीं किया। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी मुस्लिम उसके ऊपर धर्मपरिवर्तन के लिए भी दबाव बना रहा था। फर्मकर्मी की छोटी बेटी ने बताया कि आरोपियों ने आते ही सबसे पहले उसकी बड़ी बहन के मासूम बेटे को दबोच लिया। उसने जैसे ही शोर मचाया। परिवार के सभी लोग जाग गए। विरोध किया तो आरोपी फायरिंग कर भागे। जिसमें फर्मकर्मी, उसकी पत्नी, बेटा घायल हो गए। आरोपियों पर बीते शु्क्रवार को भी दो चरणों में बुलडोजर की कार्रवाई की गई थी।


कई महीने से बंद थे आरोपितों के घर

गांव समदी शिवपुरी में गोलीकांड के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी मुस्लिम और उसके दोनों चाचा का घर बीते कई महीने से बंद पड़ा हुआ है। सभी ईंट भट्ठों पर काम करते हैं इसलिए अक्सर बाहर ही रहते हैं। इसलिए गांव वाले उनके परिवार से बहुत अधिक मतलब भी नहीं रखते। ग्रामीणों के अनुसार गोलीकांड से एक दिन पहले ही आरोपियों के घर में चोरी भी हो गई थी। आसपास के लोगों ने ही पुलिस को सूचना दी थी।


तीन दिन में छह मकान किये गए जमींदोज

मूंढापांडे गोलीकांड के बाद से डीएम अनुज सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल आरोपियों पर सख्ती के निर्देश दे दिए थे। जिसका असर भी तत्काल दिखा। शुक्रवार को ही मूंढापांडे पुलिस ने गांव शिवपुरी में मुख्य आरोपी मुस्लिम और उसके दो चाचा का एक ही परिवार में बना मकान बुलडोजर से गिरवा दिया था। उस दिन चहारदीवारी के साथ ही तीन मकान जमींदोज हुए थे। इसके अलावा रविवार को पुलिस ने मुड़िया घोसियान में आरोपी यूसुफ का मकान गिराया। जबकि बिलारी के चौड़ा खडंजा राजा के सहसपुर में भूरे खां का तैयार और महफूज का निर्माणाधीन मकान ध्वस्त कराया। इस तरह तीन दिन में छह मकान जमींदोज हो गए। हालांकि इसके बाद भी मुख्य आरोपी समेत वारदात के पांच आरोपी फरार ही चल रहे हैं।


सातवें आरोपी की तलाश जारी 

वारदात का सातवां आरोपी मूंढापांडे के ही गांव मुड़िया घोसियान निवासी यूसुफ है, जिसकी तलाश जारी है। इन तीनों का मकान रविवार को पुलिस और प्रशासन की टीम ने बुलडोजर से जमींदोज करा दिया। आरोप है कि सभी ने ग्राम समाज की जमीन पर अतिक्रमण करके मकान बना रखा था। डीएम अनुज सिंह के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम ने जांच के बाद यह ध्वस्तीकरण किया है।


बुधवार रात मूंढापांडे थाना क्षेत्र में हुई दुस्सासिक वारदात के बाद से पुलिस-प्रशासन की टीम आरोपियों पर नकेल कसने में लगी हैं। मुख्य आरोपी मुस्लिम, उसके पिता नन्हें और दो चाचा सुलेमान और आले हसन का गांव शिवपुरी स्थित मकान पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने शुक्रवार को ही दो बुलडोजर से जमींदोज करा दिया था। विवेचना के दौरान इस वारदात में तीन और आरोपी रामपुर के सैफनी थाना के गांव बैरवा निवासी महफूज, बिलारी के गांव थांवला निवासी भूरे खां और मूंढापांडे के गांव मुड़िया घोसियान निवासी यूसूफ का नाम प्रकाश में आया। इनमें से महफूज और भूरे खां को रविवार तड़के पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। पुलिस-प्रशासन की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि आरोपी महफूज बिलारी के चौड़ा खडंजा राजा के सहसपुर में अपना मकान बनवा रहा है। आरोपी भूरे खां भी वहां पहले से अपना मकान बनवा रखा है। 


डीएम अनुज सिंह के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि दोनों ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण कराया है। जिसके बाद रविवार दोपहर एसएचओ बिलारी रवींद्र प्रताप सिंह, नायब तहसीलदार, लेखपाल और पुलिस टीम मौके पर बुलडोजर लेकर पहुंच गई। पहले टीम ने बुलडोजर से भूरे खां का मकान गिराया। इसके बाद महफूज के निर्माणाधीन मकान को भी जमींदोज कर दिया। इसके अलावा मूंढापांडे एसएचओ आरपी शर्मा के नेतृत्व में भी पुलिस व राजस्व विभाग की टीम गांव मुड़िया घोसियान पहुंची। यहां आरोपी यूसुफ के मकान को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया। पुलिस अधिकारियों की मानें तो रविवार को जिन तीनों बदमाशों का मकान गिराया गया है वह अतिक्रमण कर बनाया गया था। तीनों आरोपी मूंढापांडे गोलीकांड के मुख्य आरोपी मुस्लिम और उसके परिवार वालों के साथ वारदात में शामिल थे।

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