परमबीर सिंह (Param Bir Singh) को स्वास्थ्य के आधार पर 29 अगस्त तक की छुट्टी दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी वह ड्यूटी पर नहीं आए.
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने बृहस्पतिवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह (Param Bir Singh) को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ ‘कुछ अनियमितताओं और खामियों’ के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की. जिस दिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को रीढ़ की सर्जरी के बाद 12 नवंबर को एक प्राइवेट अस्पताल से छुट्टी मिली थी, उसी दिन निलंबन आदेश को मंजूरी दी गई थी.
इस मामले में गई कुर्सी
सूत्रों ने कहा कि परमबीर सिंह (Param Bir Singh) पिछले छह महीने में महाराष्ट्र होमगार्ड प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद पेश नहीं हुए. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें 29 अगस्त तक की छुट्टी दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी वह ड्यूटी पर नहीं आए. सिंह ने मार्च में राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोप लगाए थे, जब उन्हें एंटीलिया केस के बाद मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था.
बार-बार जारी किए गए नोटिस
परमबीर सिंह ने देशमुख पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मुंबई में रेस्तरां और बार से एक महीने में 100 करोड़ रुपये लेने के लिए कहा था. हालांकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता ने इस आरोप से इनकार किया था. इन आरोपों की जांच कर रहे आयोग ने सिंह को अपना बयान दर्ज करने के लिए पेश होने का निर्देश दिया था, लेकिन आईपीएस अधिकारी पिछले महीने ही उसके सामने पेश हुए थे. बार-बार नोटिस के बाद भी बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचे.
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