तभी वह वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे। पकड़े गए आरोपियों में छवि ग्वाला और मनजीत ग्वाला है। पुलिस ने इनके पास से 15000 की नकदी और डिग्गी तोडऩे के औजार बरामद किए हैं। पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि कि शिकायतकर्ता केशव ने बताया कि वह 10 दिसम्बर को खारी बावड़ी स्कूटी से जा रहे थे। अचानक उनकी गर्दन पर तेज जलन होने लगी उन्होंने स्कूटी साइड में लगा कर गर्दन को पानी से धोने लगे। इसी बीच बदमाशों ने उनकी टिक्की से 5 लाख रुपए की नकदी निकाल ली और फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की एसीपी अक्षत कौशल, थाना अध्यक्ष विजेंद्र राणा की देखरेख में सब इंस्पेक्टर मनमीत (चौकी इंचार्ज मिशन गेट) हेड कांस्टेबल भारत, विजेंदर, राजेंद्र, कॉन्स्टेबल सचिव, विपिन, मोहित ने मामले की जांच पड़ताल की कई सीसीटीवी कैमरे की जांच पड़ताल की गई उसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर छवि ग्वाला और मनजीत ग्वाला को धर दबोचा।
दोनों हिंदी में सही से ना बताने का बहाने लगाने लगे पुलिस ने तुरंत वेस्ट बंगाल बोलने वाले एक्सपर्ट को बुलाकर उनके बारे में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह आनंद विहार इलाके में चारपाई किराए पर ले करके आराम करते हैं और उसके बाद ट्रेन से वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। वारदात करने के दौरान आई रकम को वह तुरंत अपने रिश्तेदारों और खातों में ट्रांसफर कर देते हैं। पुलिस ने इनके पास से 15000 नकदी और डिक्की तोडऩे के औजार बरामद किए हैं। पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।