तस्वीर में खिलखिलाती नजर आ रही ढाई साल की मासूम सृष्टि जिंदगी की जंग हार गई। 300ft गहरे बोरवेल से उसे निकालने लगातार 47 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चला।
फिर हादसे के तीसरी दिन जब बाहर आई तो हर किसी की आंखे नम कर देने वाली खबर थी।
अस्पताल ले जाने की पहले से ही सभी तैयारियां थी। डॉक्टरों की टीम के साथ एंबुलेंस भी बोरवेल के नजदीक खड़ी करवा ली गई थी, कि जब वह निकले और किसी चमत्कार से उसकी सांसे चल रही हो तो फ़ौरन उसे अस्पताल ले जाया जाए।
बोरवेल से निकलते ही जैसे सृष्टि की डॉक्टरों ने नब्ज देखी, सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया। एंबुलेंस से अस्पताल भी ले जाया गया। लेकिन सीधे उसका शव पोस्टमार्टम रूम पहुंचा। प्रशासन ने भी हर परिस्थिति के मुताबिक सभी इंतजाम तैयार रखे थे।
Borewell के अंदर सृष्टि का घुट गया दम
कुछ ही देर में पोस्ट मार्टम भी हो गया। फिर उसकी रिपोर्ट भी आ गई। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर फैसल खान ने बताया कि सृष्टि की बोरवेल से निकलने के 40 घंटे पहले ही मौत हो चुकी थी। मौत वजह दम घुटना बताया गया। फिर कुछ ही देर में शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
सड़ गया था बच्ची का शव
वहीं इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में दिन-रात मौके पर डटे रहे सीहोर के प्रभारी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी बोले कि "हम बच्ची को नहीं बचा पाए। शव का पोस्टमॉर्टम डॉक्टर की दो टीमों द्वारा किया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार शव सड़ गया था। जिसका खेत है उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे।"
खेत मालिक अरेस्ट, केस दर्ज
इससे पहले पुलिस ने खेत में खुला बोरवेल छोड़ने वाले खेत मालिक गोपाल कुशवाहा को गिराफ्तार भी कर लिया था। एसपी मयंक अवस्थी ने कहा कि "यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और वैधानिक नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। हमने खेत मालिक और बोर करने वाले के ख़िलाफ FIR दर्ज़ की है। हमने धारा 188, 308 और 304 के तहत मामला दर्ज़ किया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद कई और धाराएं भी बढ़ाई गई हैं"।