UP: उन्नाव में कंपोजिट विद्यालय के हेड मास्टर राजेश कुमार ने 18 छात्राओं के साथ अश्लीलता की। बालिकाओं को कमरे में बुलाकर छेड़खानी की जानकारी होने के बाद भी बीएसए ने कार्रवाई नहीं की तो शिकायत राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तक पहुंच गई। आयोग की टीम शनिवार को विद्यालय पहुंची। सामने आईं सात से 14 वर्ष आयु वर्ग की 18 छात्राओं ने खेल-खेल में, पैसे देकर, बहला फुसलाकर उनके साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया।
टीम यहां करीब छह घंटे रही और अभिभावकों व शिक्षकों के भी बयान लिए। आयोग की टीम के निर्देश पर आरोपित के विरुद्ध पाक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रभारी बीएसए देवेंद्र कुमार ने बताया कि कुछ समय पहले शिकायत मिली थी। इसके लिए प्रधान शिक्षक को नोटिस जारी कर जांच समिति गठित की गई थी। जांच अभी चल रही है। आरोपित ने नोटिस का जवाब भी नहीं दिया।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सदस्य प्रीती भारद्वाज दलाल और लीगल एडवाइजर मोनिका को जांच के लिए उन्नाव भेजा। टीम राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी और अध्यक्ष बाल कल्याण समिति/न्याय पीठ प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रीती सिंह और पुलिस अधिकारियों के साथ कंपोजिट स्कूल पहुंची। बयान दर्ज किए गए।